EPF Withdraw: पीएफ से पैसा निकालने के क्या हैं नियम, जानें- स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस

EPF Withdraw: ईपीएफ खाते से आप अपने कई तरह के काम के लिए पैसे की निकासी कर सकते हैं। इसमें बच्चों की शादी, ईलाज, घर खरीदने, होम लोन के रिपेमेंट आदि शामिल हैं। सरकार जमा रकम पर सालाना आधार पर मौजूदा समय में 8.25 फीसदी की दर से ब्याज दे रही है।

कर्मचारी भविष्य निधि से कैसे पैसा निकालें (तस्वीर-Canva)

EPF Withdraw: कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) प्राइवेट सेक्टर में जॉब करने वालों के लिए सेविंग का प्रमुख साधन है। ईपीएफ योजना की शुरुआत साल 1952 में हुई थी। इसे कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए शुरू की गई थी। ईपीएफ पर ब्याज दर की समीक्षा सालाना आधार पर की जाती है। 2023-24 के लिए ईपीएफ ब्याज दर 8.15 फीसदी तय की गई है। 15,000 रुपये तक मंथली सैलरी पाने वाले ईपीएफ संस्थान के कर्मचारी को फंड में शामिल होना और वेतन का 12 प्रतिशत योगदान करना अनिवार्य है। आप जरूरत पड़ने पर पीएफ खाते से नियमों के अनुसार पैसों की निकासी आसानी से कर सकते हैं।

किस काम के लिए कर सकते हैं निकासी

ईपीएफ खाते से आप अपने कई तरह के काम के लिए पैसे की निकासी कर सकते हैं। इसमें बच्चों की शादी, ईलाज, घर खरीदने, होम लोन के रिपेमेंट आदि शामिल हैं। इनमें से ज्यादातर निकासी के लिए कम से कम पांच या सात साल तक ईपीएफ का ग्राहक होना चाहिए। आमतौर पर ईपीएफ खाते पूर्ण निकासी की अनुमति तभी मिलती है, जब सदस्य के पास दो महीने या उससे अधिक समय तक बेरोजगार हो या फिर नौकरी से रिटायर हो चुका हो। ईपीएफ निकासी नियमों के अनुसार, ईपीएफ खाताधारकों को उनकी पात्रता के आधार पर ईपीएफ खाते की शेष राशि से आंशिक या पूर्ण निकासी की अनुमति है।

कितना पैसा जमा होता है

नौकरीपेशा लोगों की सैलरी की का एक हिस्सा हर महीने पीएफ फंड में जमा होता है। सरकार जमा रकम पर सालाना आधार पर मौजूदा समय में 8.25 फीसदी की दर से ब्याज दे रही है। किसी भी कर्मचारी की सैलरी के बेसिक पे से 12 फीसदी की कटौती होती है। एम्प्लॉयर की तरफ से एम्पलाई की सैलरी में की गई कटौती का 8.33 फीसदी ईपीएस ( एम्पलॉय पेंशन स्कीम) में जमा होती है। वहीं, 3.67 फीसदी हिस्सा ईपीएफ में जमा होता है। आप जरूरत पड़ने पर पीएफ खाते से नियमों के अनुसार पैसों की निकासी आसानी से कर सकते हैं।

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