इजराइल-हमास संघर्ष, क्या भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर पर छाया संकट?
थिंक टैंक ने कहा कि संघर्ष इजरायल और सऊदी अरब के बीच ऐतिहासिक शांति समझौते की संभावना को पटरी से उतार सकता है। नए आर्थिक गलियारे को चीन के विवादास्पद बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। यह गलियारा भारत से लेकर यूरोप तक फैला होगा।
India middle East Europe Economic Corridor, Gaza, Israel, Palestine war, G20, India, Israel and Gaza war,
इजरायल-हमास संघर्ष के कारण भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर प्रोजेक्ट में देरी और जटिलताएं पैदा हो सकती हैं। थिंक टैंक ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) ने यह बात कही। GTRI ने कहा कि हालांकि संघर्ष के तात्कालिक परिणाम इजराइल और गाजा तक ही सीमित हैं, लेकिन पूरे पश्चिम एशिया में इसके प्रभाव को कम करके नहीं आंका जा सकता है।
सऊदी अरब के बीच ऐतिहासिक शांति समझौता
थिंक टैंक ने कहा कि संघर्ष इजरायल और सऊदी अरब के बीच ऐतिहासिक शांति समझौते की संभावना को पटरी से उतार सकता है, जो भारत-पश्चिम एशिया -यूरोप आर्थिक गलियारा (आईएमईईसी) ढांचे में एक महत्वपूर्ण कड़ी हैं। हालांकि, सऊदी अरब और इजराइल के बीच ऐतिहासिक रूप से कोई औपचारिक राजनयिक संबंध नहीं हैं, लेकिन हाल के वर्षों के दौरान संबंधों में नरमी के संकेत देखे गए हैं।
पटरी से उतर सकती है बातचीत
जीटीआरआई के सह-संस्थापक अजय श्रीवास्तव ने कहा कि युद्ध की स्थिति में दोनों देशों के बीच बातचीत पटरी से उतर सकती है। उन्होंने कहा कि मौजूदा इजराइल-हमास संघर्ष परियोजना की समयसीमा और परिणामों को बाधित कर सकता है। हालांकि, युद्ध का प्रत्यक्ष प्रभाव स्थानीय स्तर तक सीमित है, लेकिन इसके भू-राजनीतिक परिणाम बहुत दूर तक होंगे। आईएमईईसी एक प्रस्तावित आर्थिक गलियारा है, जिसका उद्देश्य एशिया, फारस की खाड़ी और यूरोप के बीच संपर्क और आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा देना है। यह गलियारा भारत से लेकर यूरोप तक फैला होगा।
भारत से यूरोप बीच कनेक्टिविटी
सितंबर में भारत दक्षिण एशिया, अरब की खाड़ी और यूरोप के बीच कनेक्टिविटी और आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, यूरोपीय संघ (ईयू), इटली, फ्रांस और जर्मनी को आर्थिक गलियारे के समझौते में शामिल किया गया है। नए आर्थिक गलियारे को चीन के विवादास्पद बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | यूटिलिटी (utility-news News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
End of Article
संबंधित खबरें
Metro Ticket: WhatsApp से कैसे बुक करें मेट्रो टिकट, जान लीजिए आसान तरीका
India Post: अब भारतीय डाक के नाम पर ठग रहे हैं फ्रॉड, ऐसे करें अपना बचाव
Earn Money Online: ऑनलाइन सामान बेचकर करें मोटी कमाई, अमेजन और फ्लिपकार्ट पर ऐसे खोलें अपनी दुकान
सहारा में 5 लाख तक फंसा है पैसा? अब मिलेगा 50,000 रिफंड, जान लें पूरा प्रॉसेस
PF Withdrawal: PF अकाउंट से निकाल पायेंगे ज्यादा पैसे, सरकार ने किये तीन बड़े बदलाव, जानें क्या बदला
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited