IndiGo Cyber Fraud: PNR नंबर से डिटेल्स चुरा रहे हैं साइबर ठग, न करें ये गलती वरना होगा भारी नुकसान

IndiGo Cyber Fraud: साइबर क्रिमिनल्स कुछ यात्रियों को शिकार बनाने की कोशिश कर रहे हैं, इसके लिए वो PNR डिटेल्स की चोरी कर रहे हैं। इंडिगो ने पैसेंजर को सूचित किया कि उनका रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी किसी ने बदल दिया है और वे मामले की जांच कर रहे हैं।

Indigo Cyber Fraud

IndiGo Cyber Fraud: नोएडा के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने 72,600 रुपये के 8 इंडिगो एयरलाइंस के टिकट गंवा दिए। दरअसल, वो एक साइबर फ्रॉड का शिकार हो गए और उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा। साइबर अपराधी लोगों को अपनी जाल में फंसाने के लिए अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन एयर टिकट के PNR से होने वाला यह फ्रॉड अपने-आप में अनोखा है। दरअसल, साइबर क्रिमिनल्स कुछ यात्रियों को शिकार बनाने की कोशिश कर रहे हैं, इसके लिए वो PNR डिटेल्स की चोरी कर रहे हैं।

क्या था मामला

दरअसल, यात्री की फ्लाइट 7 जनवरी को थी और इस दिन यात्री ने जब वेब चेक-इन करने का प्रयास किया, तो सीटों का ऑटो-असाइनमेंट उपलब्ध नहीं था, इसलिए उन्हें सीटों के लिए अतिरिक्त पैसे देने पड़े। इसके बाद उन्होंने इंडिगो के आधिकारिक एक्स-हैंडल पर एक डीएम भेजकर पूछा कि उन्हें सभी आठ सीटों के लिए अतिरिक्त राशि का भुगतान करने की आवश्यकता क्यों है। कुछ मिनट बाद उन्हें एयरलाइन के ग्राहक सहायता कार्यकारी से प्रतिक्रिया मिली। कर्मचारी ने अपना नाम दियाशी बताया और उनसे उनका यात्रा टिकट नंबर (PNR) पूछा।

कैंसिल कर दिए गए टिकट

इसके बाद उन्हें 1:38 बजे क्लियरट्रिप से एक ईमेल मिला, जिसमें बताया गया कि उनके सभी आठ टिकट रद्द कर दिए गए हैं। उन्होंने इंडिगो एयरलाइंस की ग्राहक सेवा से संपर्क किया। एयरलाइन ने उन्हें बताया कि उनके टिकट रद्द कर दिए गए हैं। 39 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने जोर देकर कहा कि उसने टिकट रद्द नहीं किया है। ऐसे में हो सकता है कि क्लियरट्रिप ने टिकट कैंसिल कर दी हो। फिर जब क्लियरट्रिप प्रतिनिधियों से बात हुई, तो उन्होंने बताया कि उनकी ओर से टिकट रद्द नहीं किए गए हैं।

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