क्या आपको पता है, सरकार एक ही झटके में कैसे बंद कर देती है शहर भर का इंटरनेट?
जब भी कहीं कोई हिंसात्मक घटना होती है तो अक्सर सरकार उस शहर में इंटरनेट को शटडाउन कर देती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर सरकार पूरे के पूरे एक शहर का इंटरनेट कैसे बंद कर पाती है और इसे करने के लिए क्या करना पड़ता है। आइये आपको बताते हैं सरकार के इंटरनेट शटडाउन की प्रक्रिया के बारे में।
सरकार कैसे करती है एक शहर में इंटरनेट शटडाउन? जानिये पूरी प्रक्रिया
How Government Shuts down Internet: भारत, दुनिया में सबसे तेजी से विस्तृत होते इंटरनेट बाजारों में से एक है। इंटरनेट शटडाउन को ट्रैक करने वाली एक वेबसाइट की मानें तो 2012 से लेकर 2024 तक भारत में कुल 795 बार इंटरनेट बंद किया जा चुका है। 2012 से 2019 के बीच यानी पिछले 7 सालों में इंटरनेट सेवाओं को कुल 367 बार बंद किया गया था। जबकि 2019 से 2024 के बीच यानि पिछले 5 सालों में इंटरनेट सेवाओं को 428 बार बंद किया गया था। क्या आपको पता है, सरकार किसी भी शहर की इंटरनेट सेवाओं को कैसे बंद कर देती है? आइये जानते हैं।
क्यों बंद किया जाता है इंटरनेट?भारत में सरकार द्वारा किसी भी हिंसा प्रभावित क्षेत्र में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी जाती हैं। सरकार ऐसा इसलिए करती है ताकि कानून व्यवस्था को किसी भी प्रकार से नुकसान न हो या फिर कानून व्यवस्था न बिगड़ जाए। किसी भी संप्रादायिक घटना या फिर राजनीतिक तनाव की स्थिति में जब इंटरनेट का इस्तेमाल फेक न्यूज फैलाने के लिए किया जाता है तो भी सरकार किसी शहर की इंटरनेट सेवाओं को बंद कर देती है।
कैसे बंद होता है इंटरनेट?अगर आप वाईफाई को समझ जाएं तो संभव है कि आप इंटरनेट शटडाउन को भी समझ जाएं। वाईफाई एक राऊटर के माध्यम से काम करता है जो इसके सिग्नल को दूर-दूर तक फैलाता है। जब तक राउटर चालू रहता है, तब तक वाईफाई चलता है। ठीक इसी तरह से किसी भी स्मार्टफोन के लिए उसका मोबाइल टावर ही राउटर का काम करता है। इस मोबाइल टावर को बंद करने के दो प्रमुख तरीके होते हैं। पहला तो ये कि मोबाइल टावर को ही बंद कर दिया जाए और दूसरा ये कि इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर यानी ISP को आदेश देकर इंटरनेट बंद करवा दिया जाए।
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Pawan Mishra author
पवन कुमार मिश्रा Timesnowhindi.com के साथ फरवरी 2024 से बतौर सीनियर कॉपी एडिटर के रूप में जुड़े हैं। ...और देखें
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