Surety Bonds को आकर्षक बनाने के लिए दूर की गई समस्याएं, जरूरत पड़ने पर किए जाएंगे और बदलाव

भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDA) के प्रमुख देवाशीष पांडा ने गुरुवार को कहा कि जमानती बॉन्ड (Surety Bonds) से संबंधित कुछ बड़े मुद्दों का समाधान किया गया है। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर इसमें और भी कई बदलाव किए जा सकते हैं।

इरडा के सख्त प्रावधानों की वजह से कोई भी ठेकेदार इससे दूरी बनाता है

Insurance Regulatory and Development Authority: भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDA) के प्रमुख देवाशीष पांडा ने गुरुवार को कहा कि जमानती बॉन्ड (Surety Bonds) से संबंधित कुछ बड़े मुद्दों का समाधान किया गया है। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर इसमें और भी कई बदलाव किए जा सकते हैं। जमानती बॉन्ड या श्योरिटी बॉन्ड एक जोखिम हस्तांतरित करने वाला बीमा उत्पाद है और ठेकेदार के अनुबंध की शर्तों से पीछे हट जाने पर बीमा लेने वाली कंपनी को होने वाले नुकसान की भरपाई करता है।

इंडस्ट्री से आने वाले सुझावों का होगा परीक्षण

इरडा के चेयरपर्सन पांडा ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘हमने जमानती बॉन्ड से संबंधित कुछ परेशान करने वाले मुद्दों को हल करने की कोशिश की है। इसमें आगे भी अगर बदलाव की जरूरत होगी तो उस पर गौर किया जाएगा। इस बारे में उद्योग जगत से सुझाव आने दीजिए, हम उनका परीक्षण करेंगे।’’

इरडा के सख्त प्रावधानों की वजह से ठेकेदार बनाते हैं दूरी

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि वित्त मंत्रालय एनएचएआई और एनएचआईडीसीएल से जुड़े ठेकेदारों को अपनी बैंक गारंटी को पिछली तारीख से जमानती बॉन्ड में बदलने की अनुमति दे दी है। इसके पहले गडकरी कह चुके हैं कि जमानती बॉन्ड को अधिक आकर्षक बनाने के लिए और भी जरूरी बदलाव किए जाएंगे क्योंकि इरडा के सख्त प्रावधानों की वजह से कोई भी ठेकेदार इससे दूरी बनाना चाहता है और लेना नहीं चाहता।

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