Mutual Fund vs RD: म्यूचुअल फंड या रेकरिंग डिपॉजिट, निवेश पर कहां होगी जोरदार कमाई

पैसे बचाने के साथ-साथ बचाए हुए पैसों को सही जगह पर इन्वेस्ट करना भी बेहद जरूरी है ताकि आप अपने पैसों पर बेहतर रिटर्न प्राप्त कर सकें। अक्सर इन्वेस्टमेंट करने के टाइम पर आप विकल्पों को लेकर कन्फ्यूज हो जाते हैं। आज हम आपके लिए ऐसे ही एक बड़े कन्फ्यूजन को दूर करने वाले हैं। जानिए म्यूचुअल फंड और रेकरिंग डिपॉजिट में से आपके लिए कौन सा तरीका बेहतर है?

Mutual Fund Vs Recurring Deposit

म्यूचुअल फंड बनाम रेकरिंग डिपॉजिट, जानिये आपके लिए क्या है बेहतर?

Mutual Funds Vs Recurring Deposit: पैसों को बचाने के साथ-साथ पैसों को सही जगह इन्वेस्ट करना भी बहुत ज्यादा जरूरी होता है। लेकिन अक्सर जब पैसों को इन्वेस्ट करने की बारी आती है तो हम विभिन्न विकल्पों को लेकर काफी कन्फ्यूज हो जाते हैं। हमें समझ नहीं आता कि किस तरीके में पैसे इन्वेस्ट करना सही रहेगा और हमें बेहतर रिटर्न्स के साथ जाना चाहिए या फिर पैसों की सुरक्षा के लिए कम रिटर्न्स वाले ऑप्शन को ही चुन लेना चाहिए। आज हम आपके लिए ऐसा एक कन्फ्यूजन दूर करने जा रहे हैं। अक्सर म्यूचुअल फंड्स को जबरदस्त रिटर्न्स प्रदान करने वाले एक तरीके के रूप में देखा जाता है और लोग इसकी तरफ आकर्षित होते हैं। दूसरी तरफ रेकरिंग डिपॉजिट भी है जिसे अच्छे रिटर्न्स के साथ-साथ ज्यादा सुरक्षित विकल्प भी माना जाता है। आइये जानते हैं म्यूचुअल फंड और रेकरिंग डिपॉजिट में से कौन सा तरीका आपके लिए ज्यादा बेहतर रहेगा।

म्यूचुअल फंडम्यूचुअल फंड को काफी यूजर फ्रेंडली तरीका माना जाता है। म्यूचुअल फंड में आप साप्ताहिक, मासिक या फिर तिमाही के आधार पर भी इन्वेस्ट कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड अपने इन्वेस्टर्स को उनकी इन्वेस्टमेंट की जरूरत के हिसाब से अलग-अलग योजनाएं प्रदान करते हैं। रिटर्न के मामले में भी म्यूचुअल फंड आपको पूरी छूट देता है और आप अपनी इन्वेस्टमेंट स्कीम के अनुसार उचित रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। जैसा आपकी स्कीम मार्केट में परफॉर्म करेगी वैसा ही रिटर्न आपको प्राप्त होगा।

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रेकरिंग डिपॉजिटदूसरी तरफ रेकरिंग डिपॉजिट है और इसमें आप तय समय अवधी के अनुसार ही इन्वेस्ट कर सकते हैं। रेकरिंग डिपॉजिट क्योंकि मार्केट से जुड़े नहीं होते इसलिए आपको इसमें विभिन्न योजनाएं नहीं मिलती हैं। रेकरिंग डिपॉजिट योजनाओं में आपको बैंक द्वारा तय की गई ब्याज दर के अनुसार ही रिटर्न्स प्राप्त होते हैं। जैसा हमने आपको बताया कि रेकरिंग डिपॉजिट का मार्केट से कोई लेना देना नहीं होता है और इसीलिए रेकरिंग डिपॉजिट के परफॉरमेंस का लेना देना मार्केट से नहीं होता है।

आपके लिए क्या है बेहतर?अगर आप अपने बचाए हुए पैसों पर थोड़ा ज्यादा रिस्क लेकर अपनी इन्वेस्टमेंट पर अच्छा रिटर्न प्राप्त करना चाहते हैं और साथ ही आप चाहते हैं कि आप अपनी मर्जी के अनुसार अपने पैसों को इन्वेस्ट करें तो आपको म्यूचुअल फंड का चयन करना चाहिए। जबकि अगर आप अपने पैसों पर थोड़े कम रिटर्न्स के साथ संतुष्ट हैं और चाहते हैं कि आपका पैसा सुरक्षित रहे तो आप रेकरिंग डिपॉजिट के विकल्प को चुना सकते हैं।

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Pawan Mishra author

पवन कुमार मिश्रा Timesnowhindi.com के साथ फरवरी 2024 से बतौर सीनियर कॉपी एडिटर के रूप में जुड़े हैं। जन्म दिल्ली में हुआ और शिक्षा भी यहीं से पूरी की ह...और देखें

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