FASTag: एक वाहन-एक फास्टैग लागू करने की डेडलाइन बढ़ा सकती है सरकार, जानिए क्या है वजह

One vehicle One Fastag Deadline: इस संबंध में किसी तरह की सहायता या जानकारी के लिए फास्टैग उपयोगकर्ता अपने नजदीकी टोल प्लाजा या संबंधित जारीकर्ता बैंकों के टोल-फ्री ग्राहक सेवा नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। देशभर में आठ करोड़ से अधिक वाहन चालक फास्टैग का इस्तेमाल कर रहे हैं।

एक वाहन-एक फास्टैग

One vehicle One Fastag Deadline: नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) अपनी 'एक वाहन, एक फास्टैग' पहल को लागू करने की समय सीमा बढ़ा सकता है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पेटीएम फास्टैग यूजर्स के सामने आने वाली समस्याओं को देखते हुए इसकी समय सीमा मार्च के अंत तक बढ़ाने का प्रस्ताव है। NHAI ने इससे पहले एक मार्च से 'एक वाहन, एक फास्टैग' पहल को लागू करने की बात कही थी।

क्यों बढ़ाई जा सकती है डेडलाइन

अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर पीटीआई-भाषा को बताया कि पेटीएम संकट को देखते हुए, फास्टैग यूजर्स को 'एक वाहन-एक फास्टैग' स्टैंडर्ड अपनाने के लिए अधिक समय दिया जा सकता है। राजमार्गों का प्रबंधन करने वाले निकाय NHAI ने इससे पहले एक वाहन-एक फास्टैग पहल को लागू करने और अपने फास्टैग के लिए केवाईसी को अपडेट करने की समय सीमा 29 फरवरी 2024 तक बढ़ा दी थी।

क्यों पड़ी जरूरत

इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम की दक्षता बढ़ाने और टोल प्लाजा पर वाहनों की निर्बाध आवाजाही को संभव बनाने के लिए एनएचएआई ने ‘एक वाहन, एक फास्टैग’ पहल लागू की है। इसका उद्देश्य कई वाहनों के लिए एक ही फास्टैग के इस्तेमाल या एक विशेष वाहन के लिए कई फास्टैग जोड़ने पर रोक लगाना है। देशभर में आठ करोड़ से अधिक वाहन चालक फास्टैग का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो कुल वाहनों का लगभग 98 प्रतिशत है। इस व्यवस्था ने देश में इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम की रफ्तार काफी तेज कर दी है।
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