अब अंगूठी और घड़ी से ही हो जायेगी पेमेंट, इंडसइंड बैंक ने शुरू की नई पहल

पहले लोग सिर्फ कैश में लेन-देन करते थे पर अब लोग अपनी जेब में पड़े फोन का इस्तेमाल करके फौरन UPI से पेमेंट कर देते हैं। साथ ही क्रेडिट और डेबिट कार्ड में भी वायरलेस पेमेंट का फीचर आ चुका है। इधर आपने कार्ड मशीन पर टच किया और उधर पेमेंट हो जाती है। लेकिन सोचिये अगर आप हाथ में पहनी हुई अपनी अंगूठी या फिर घड़ी के माध्यम से ही ऐसा कर पाएं तो? अब इंडसइंड बैंक ने कुछ ऐसा ही किया है।

इंडसइंड बैंक ने शुरू की नई पहल, अब अंगूठी और घड़ी से कर पायेंगे पेमेंट

Indus PayWear App: पहले लोग सिर्फ कैश में ही लेन-देन किया करते थे। तब शायद ही किसी ने सोचा भी होगा कि ऐसा एक दिन आएगा जब अपनी जेब में फोन को निकालकर आप क्यूआर कोड को आप स्कैन करेंगे और पैसे सीधा आपके बैंक अकाउंट से कट जायेंगे। अब यूनिक पेमेंट इंटरफेस (UPI) के जरिये आप ऐसा कर सकते हैं। साथ ही क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड में भी अब वायरलेस पेमेंट का फीचर मिलने लगा है। इधर आपने अपना कार्ड मशीन पर टच किया और उधर आपके बैंक अकाउंट से पैसे कट जाते हैं। लेकिन सोचिये अगर आप हाथ में पहनी हुई अपनी अंगूठी या फिर घड़ी को टच करके ही पेमेंट कर सकें तो क्या आप यकीन कर पाएंगे? जल्द ही ऐसा संभव हो सकता है। इंडसइंड बैंक ने इसके लिए पहल भी शुरू कर दी है।

असंभव कैसे हुआ संभव?टैपि टेक्नोलॉजीज को डिजिटल पेमेंट की दुनिया में अपने यूनिक और आधुनिक सोल्यूशंस के लिए जाना जाता है। हाल ही में टैपि टेक्नोलॉजीज ने इंडसइंड बैंक और थेल्स के साथ मिलकर भारत में वियरेबल पेमेंट के लिए टोकनाइजेशन शुरु कर दिया है। साथ मिलकर टैपि टेक्नोलॉजीज, इंडसइंड बैंक और थेल्स ने इंडस पेवियर ऐप की शुरुआत की है। इस ऐप का इस्तेमाल करके इंडसइंड बैंक के कस्टमर्स एक ऐप के माध्यम से अपने कार्ड को डिजिटाइज कर पाएंगे। एक बार कार्ड को डिजिटाइज कर लेने के बाद आप इन्हें अंगूठी, घड़ी या फिर स्टिकर्स से भी जोड़ सकते हैं और बिना कांटेक्ट के पेमेंट कर सकते हैं।

पूरी तरह यूजर फ्रेंडली एंड सेफइस लॉन्च के माध्यम से इंडसइंड बैंक अपने कस्टमर्स को पेमेंट का एक ऐसा तरीका प्रदान कर सकता है जो अन्य तरीकों के मुकाबले में काफी आधुनिक और आसान होगा। इससे डिजिटल पेमेंट ज्यादा आसान तो होगी ही साथ ही ज्यादा यूजर फ्रेंडली और सुरक्षित भी होगी। इससे कस्टमर्स का अनुभव भी बेहतर होगा। टैपि टेक्नोलॉजीज के चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर ने यह भी बताया है कि इस ऐप को पूरी तरह से RBI द्वारा बताये गए नियमों और निर्देशों के आधार पर ही तैयार किया गया है।

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