NPS के निवेशक UPI क्यूआर कोड से जमा कर पाएंगे पैसा, शुरू हो गई स्कैन एंड पे की नई सर्विस

NPS Payment with UPI: एनपीएस लंबे समय से उन लोगों के लिए एक विश्वसनीय बचत का साधन रही है, जो अपने वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करना चाहते हैं। एनपीएस एक लॉन्ग टर्म का निवेश प्लान है। इसकी शुरुआत जनवरी 2004 में हुई थी। NPS में 1,000 रुपये महीने से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।

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NPS Payment with UPI: पेंशन फंड रेगुलेटरी बॉडी पीएफआरडीए (PFRDA) ने नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) के ग्राहकों को यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) क्यूआर कोड के जरिये सीधे अपना कॉन्ट्रिब्यूशन जमा करने की अनुमति दे दी है। पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) ने एक बयान में कहा कि इस कदम का मकसद कॉन्ट्रिब्यूशन की प्रक्रिया को सरल बनाना है, ताकि इसे एनपीएस प्रतिभागियों के लिए अधिक आसान और बेहतर बनाया जा सके।

क्यूआर कोड के जरिए पेमेंट

बयान के मुताबिक, एनपीएस लंबे समय से उन लोगों के लिए एक विश्वसनीय बचत का साधन रही है, जो अपने वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करना चाहते हैं। इसमें कहा गया कि पीएफआरडीए की यह पहल एनपीएस ग्राहकों को अपनी रिटायरमेंट बचत पर नियंत्रण रखने और व्यवस्थित निवेश योजना से लाभ उठाने का अधिकार देती है। इस नई व्यवस्था के तहत ग्राहक अपने अंशदान को ट्रांसफर करने के लिए यूपीआई क्यूआर कोड का उपयोग करेंगे।

क्या है NPS और कब हुई थी इसकी शुरुआत?

एनपीएस एक लॉन्ग टर्म का निवेश प्लान है। इसकी शुरुआत जनवरी 2004 में हुई थी। पहले इस स्कीम में सिर्फ सरकारी कर्मचारी ही निवेश कर सकते हैं। लेकिन साल 2009 में इसे सभी के लिए ओपन कर दिया गया। NPS में 1,000 रुपये महीने से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं, इसे आप 70 साल की उम्र तक चला सकते हैं। एनपीएस में निवेश करने वालों को टैक्स डिडक्शन का भी लाभ मिलता है। आप इस स्कीम में निवेश कर सालाना 50,000 रुपये तक का अतिरिक्त टैक्स छूट का लाभ पा सकते हैं।

कौन कर सकता है निवेश

कोई भी भारतीय नागरिक जिसकी उम्र 18 से 70 साल के बीच है। वो इस स्कीम में निवेश कर सकता है। आप किसी भी बैंक में एनपीएस अकाउंट खुलवा सकते हैं और मैच्योरिटी के बाद निवेशक NPS से 60 फीसदी पैसा निकाल सकते हैं। 40 फीसदी रकम का इस्तेमाल पेंशन खरीदने के लिए किया जाता है।
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