Matritva poshan yojana: गर्भवती महिलाओं को मिल रहे हैं 6000 रुपये, जानें क्या है पूरी स्कीम, कैसे उठाएं योजना का लाभ

Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana: इंदिरा गांधी मातृत्व योजना की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 103वीं जयंती पर की गई। इस योजना का उद्देश्य प्रदेश की गर्भवती महिलाओं को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाना है। इसक योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को गर्भ में पल रहे शिशु की देखभाल के लिए 6000 रुपये दिए जाते हैं। यहां देखें क्या है पूरी स्कीम, नियम व शर्तें।

क्या है इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना, कैसे करें अप्लाई, क्या चाहिए होंगे दस्तावेज

मुख्य बातें
  • मातृत्व पोषण योजना की शुरुआत इंदिरा गांधी के 103वीं जयंती पर की गई।
  • इस योजना का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाना है।
  • गर्भवती महिलाओं को पांच किस्तों में 6000 रुपये दिए जाते हैं।

Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Apply Online, Matritva Poshan Yojana Amount: राज्य व केंद्र सरकार मातृत्व को सुदृढ़ बनाने व जच्चा बच्चा को सुरक्षित रखने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। आज भी देश में लाखों महिलाए हैं, जो गर्भावस्था के दौरान आर्थिक तंगी के कारण पोषक तत्वों की कमी के चलते गर्भ में पल रहे बच्चे का ध्यान नहीं रख पाती, जिसके चलते शिशु जन्म के बाद गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हो जाता है। ऐसे में माता व शिशु के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए राजस्थान सरकार इंदिरा गांधी मातृत्व योजना (Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana) लेकर आई है। इस योजना की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 103वीं जन्म जयंती पर की गई थी। इस योजना का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करना है। तथा महिलाओं को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाना है।

इस योजना के तहत प्रदेश सरकार द्वारा दूसरी संतान को जन्म देनी वाली महिलाओं को 6000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की (Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Amount) जाती है। यह राशि 5 चरणों में दी जाती है। बता दें शुरुआत में यह योजना केवल चार जिलों में लागू की गई थी, लेकिन अब इसे पूरे प्रदेश में लागू कर दिया गया है।

इस योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को पांच किस्तों में 6000 रुपये दिए जाते हैं। पहली किस्त गर्भवस्था स्क्रीनिंग और पंजीकरण के बाद दी जाती है। दूसरी किस्त गर्भ अवस्था के दूसरे टेस्ट के बाद दिया जाता है। जबकि तीसरी किश्त प्रसव के समय दिया जाता है। हालांकि योजना का लाभ केवल राजस्थान की महिलाएं उठा सकती हैं।

End Of Feed