पीपीएफ के फायदे तो बहुत सुन लिए, पैसा लगाने से पहले जरूर जान लें ये 5 नुकसान

Public Provident Fund Disadvantages: पब्लिक प्रोविडेंट फंड एक अच्छी बचत योजना है, जिसका इस्तेमाल लंबी अवधि में बड़ा अमाउंट जमा करने के लिए किया जा सकता है। लेकिन हर दूसरी बचत या निवेश योजना की तरह पीपीएफ के भी कुछ नुकसान हैं जो आपको निवेश करने से पहले पता होने चाहिए। तो चलिए ऐसे पांच नुकसानों के बारे में जानते हैं।

Public Provident Fund Disadvantages

पब्लिक प्रोविडेंट फंड

Public Provident Fund Disadvantages: पब्लिक प्रोविडेंट फंड एक अच्छी बचत योजना है, जिसका इस्तेमाल लंबी अवधि में बड़ा अमाउंट जमा करने के लिए किया जा सकता है। लेकिन हर दूसरी बचत या निवेश योजना की तरह पीपीएफ के भी कुछ नुकसान हैं जो आपको निवेश करने से पहले पता होने चाहिए। तो चलिए ऐसे पांच नुकसानों के बारे में जानते हैं।
1. ईपीएफ से कम ब्याज दर
जिन कर्मचारियों को वेतन मिलता उनके लिए पीपीएफ में ब्याज दर के मामले में नुकसान है। वर्तमान पीपीएफ ब्याज दर 7.1% है, जो वित्त वर्ष 2022-23 में मिलनी वाली ईपीएफ ब्याज दर से 8.15% से कम है। जबकि कई कर्मचारी कर-बचत उद्देश्यों के लिए पीपीएफ का उपयोग करते हैं, वे पीपीएफ में निवेश करने के बजाय वीपीएफ के माध्यम से भविष्य निधि के लिए उच्च राशि आवंटित करके समान कर-बचत लाभ और बेहतर ब्याज प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि, गैर-वेतनभोगियों के लिए, पीपीएफ गारंटीशुदा रिटर्न के लिए सबसे अच्छी कर-बचत और निवेश योजनाओं में से एक बनी हुई है।
2. लंबा लॉक-इन पीरियड
पीपीएफ खाता 15 साल में मेच्योर होता है। यह योजना उन व्यक्तियों के लिए अधिक अनुकूल है जो वास्तव में बहुत लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं। किसी भी थोड़े समय की जरूरतों के लिए, निवेशकों को अन्य विकल्पों की तलाश करनी पड़ सकती है।
3. फिक्स्ड मैक्सिमम डिपॉजिट लिमिट
पीपीएफ अकाउंट में आप अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा कर सकते हैं। सरकार ने पिछले कई वर्षों से ये सीमा नहीं बढ़ाई है। वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए, जो अधिक राशि का निवेश करना चाहते हैं, वीपीएफ एक बेहतर विकल्प के रूप में आता है, जहां बिना किसी अतिरिक्त टैक्स के वेतन से 2.5 लाख रुपये तक का एलोकेशन किया जा सकता है।
4. पैसे निकालवाने के सख्त नियम
समय से पहले पैसे निकालने के लिए कई सख्त शर्तें हैं। उदाहरण के लिए, आप एक वित्तीय वर्ष के दौरान केवल एक निकासी कर सकते हैं और वह भी पांच साल बाद, खाता खोलने के वर्ष को छोड़कर। इसलिए यदि आप वित्त वर्ष 2023-24 में पीपीएफ खाता खोलते हैं, तो आप वित्त वर्ष 2029-30 के दौरान ही अपना पहली निकासी कर सकते हैं।
5. समय से पहले बंद करने की अनुमति नहीं
यदि आप पीपीएफ खाते में निवेश बंद करना चाहते हैं, तो आप इसे समय से पहले बंद नहीं कर सकते हैं। पीपीएफ नियमों के अनुसार, खाता खोलने के वर्ष के अंत से पांच साल के बाद ही समय से पहले बंद करने की अनुमति है और वह भी इन शर्तों के अधीन है:
  • खाताधारक, जीवनसाथी या आश्रित बच्चों को जानलेवा बीमारी होने पर।
  • खाताधारक या आश्रित बच्चों की उच्च शिक्षा पर।
  • खाताधारक की निवासी स्थिति में परिवर्तन (यानी एनआरआई बन गया) पर।
इसके अलावा, समय से पहले बंद करने की स्थिति में खाता खोलने की तारीख से 1% ब्याज काटा जाएगा। हालांकि, पीपीएफ खाताधारक, जो योजना में निवेश जारी नहीं रखना चाहते हैं, समय से पहले बंद करने के लिए आवेदन करने के बजाय प्रत्येक वित्तीय वर्ष में 500 रुपये जमा करके इसे जारी रख सकते हैं।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | यूटिलिटी (utility-news News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

लेटेस्ट न्यूज

आशीष कुशवाहा author

आशीष कुमार कुशवाहा Timesnowhindi.com में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर काम कर रहे हैं। वह मई 2023 से Timesnowhindi.com के साथ जुड़े हैं। वह यहां शेयर बाजा...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited