Sukanya Samriddhi Yojana: सुकन्या समृद्धि योजना के जरिये सुरक्षित करें अपनी बेटी का भविष्य, जानिए SSY के बारे में सब कुछ
Sukanya Samriddhi Yojana: हर कोई अपने बच्चों का भविष्य सुरक्षित करना चाहता है। मां-बाप खासकर बेटियों की भविष्य को लेकर अधिक चिंतित रहते हैं। सरकारी स्कीम सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों के भविष्य सुरक्षित बनाने के लिए सबसे बेहतरीन स्कीम है। आइए जानते हैं SSY बारे में सब कुछ।
Sukanya Samriddhi Yojana में निवेश क्यों जरूरी (तस्वीर-Canva)
Sukanya Samriddhi Yojana: मां-बाप के तौर पर आप अपने बच्चों को हर चीज में सर्वश्रेष्ठ देना चाहते हैं। इनमें अच्छी शिक्षा भी है। इन दिनों यह काफी महंगी होती जा रही है। बच्चों के पालन-पोषण के लिए, जब तक वे अपने पैर पर खड़े नहीं हो जाते तब तक उनके लिए पहले से प्लानिंग बनाने और रणनीतिक निवेश की जरुरत होती है। लड़कियों के मां-बाप को अपनी बेटी की शिक्षा के लिए सरकार बचत करने को प्रोत्साहित करती है। इसके लिए भारत सरकार ने 2015 में सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) शुरुआत की। इस स्कीम का उद्देश्य माता-पिता को अपनी बेटी की शिक्षा या विवाह के लिए एक महत्वपूर्ण फंड बनाने में मदद करना है। इसमें टैक्स लाभ, गारंटीड रिटर्न और सॉवरेन गारंटी प्रदान करने वाली SSY सबसे सुरक्षित निवेश विकल्पों में से एक है। इस स्कीम के बारे में अधिक जानने के लिए पढ़ें और जानें कि क्या यह आपके वित्तीय लक्ष्यों के लिए उपयुक्त हो सकती है।
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) क्या है?
2015 में भारत सरकार के 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान के हिस्से के रूप में शुरू की गई, सुकन्या समृद्धि योजना एक छोटी बचत योजना है जिसे लड़कियों के माता-पिता को अपनी बेटी की शिक्षा और विवाह के लिए एक फंड जमा करने में मदद करने के लिए डिजाइन किया गया है। इस योजना में निवेश करने के लिए माता-पिता या संरक्षक अपनी बेटी/आश्रित के नाम से इस स्कीम की पेशकश करने वाले बैंक या डाकघर में खाता खोल सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) की बुनियादी विशेषताएं
10 वर्ष या उससे कम आयु की बालिका के मां-बाप इस स्कीम में निवेश कर सकते हैं। इस स्कीम में न्यूनतम और अधिकतम वार्षिक जमा राशि क्रमशः 250 रुपये और 1.5 लाख रुपये है। खाता खोलने की तारीख से 15 वर्षों तक खाते में जमा किया जा सकता है। हालांकि खाते में 21 वर्ष की लॉक-इन अवधि है, जिसका अर्थ है कि जमा राशि 21 वर्ष के बाद मैच्योर होती है। अगर SSY खाताधारक (बालिका) 21 वर्ष की मैच्योरिटी अवधि समाप्त होने से पहले शादी कर लेती है, तो खाता बंद कर दिया जाएगा और उसकी शादी के बाद उसका संचालन नहीं किया जाएगा।
Sukanya Samriddhi Yojana के लिए मुख्य दिशा-निर्देश: आपको जानना चाहिए
SSY खाता खोलने के लिए, आपकी बेटी की आयु 10 वर्ष से कम होनी चाहिए। प्रति बालिका केवल एक खाता खोलने की अनुमति है और एक परिवार अधिकतम दो खाते खोल सकता है। दिशा-निर्देशों के अनुसार, कोई अभिभावक एक बालिका के नाम पर केवल एक खाता और दो अलग-अलग बालिकाओं के नाम पर अधिकतम दो खाते खोल सकता है। हालांकि जुड़वां/तीन बेटियां होने की स्थिति में दो से अधिक खाते खोले जा सकते हैं। अगर आप किसी वित्तीय वर्ष में 250 रुपये की न्यूनतम वार्षिक जमा राशि जमा करने में विफल रहते हैं, तो आपके खाते को डिफॉल्ट खाता माना जाएगा। आप खाता खोलने के 15 वर्षों के भीतर प्रत्येक वर्ष के डिफॉल्ट के लिए 50 रुपये के साथ न्यूनतम 250 रुपये का भुगतान करके ऐसे खाते को पुनर्जीवित कर सकते हैं। 21 अगस्त 2024 को जारी डाक विभाग के सर्कुलर अनुसार दादा-दादी (जो कानूनी अभिभावक नहीं हैं) के संरक्षण में खोले गए खातों को सही व्यक्ति, जैसे कि प्राकृतिक अभिभावक (जीवित मा-बाप) या कानूनी अभिभावक को ट्रांसफर किया जाएगा।
Sukanya Samriddhi Yojana पर ब्याज दर
निवेश साधनों में से सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) में सबसे अधिक ब्याज मिलता है। अक्टूबर-दिसंबर 2024 की तिमाही के लिए SSY ने 8.2% की सालाना दर से रिटर्न ऑफर किया गया है। इसलिए अगर आप 15 वर्षों के लिए इस स्कीम में 3,000 रुपये प्रति माह निवेश करते हैं, तो आपको 1,43,642 रुपये की मैच्योरिटी राशि प्राप्त होगी। इसका मतलब है कि 15 वर्षों में 45,000 रुपये के कुल निवेश से आपको 98,642 रुपये का रिटर्न मिलेगा।
Sukanya Samriddhi Yojana के पैसों की निकासी
SSY से निकासी की अनुमति तब दी जाती है जब लड़की 18 वर्ष की हो जाती है या 10वीं कक्षा पूरी कर लेती है। हालांकि आप पिछले वित्तीय वर्ष के अंत में खाते की शेष राशि का 50% तक निकाल सकते हैं। यह आपकी फीस या अन्य शुल्कों की वास्तविक जरुरत के आधार पर एकमुश्त या 5 साल तक की सालाना किस्तों में किया जा सकता है। खाताधारक की मृत्यु, गंभीर स्वास्थ्य समस्या या अभिभावक की मृत्यु जैसे विशिष्ट मामलों में, आवेदन और पूर्ण दस्तावेज प्रस्तुत करने पर 5 साल के बाद समयपूर्व बंद करने की अनुमति दी जाएगी।
Sukanya Samriddhi Yojana पर इनकम टैक्स छूट
कई अन्य सरकारी समर्थित स्कीम्स की तरह SSY भी इनकम टैक्स एक्ट के तहत EEE (छूट-छूट-छूट) कैटेगरी में आती है। इसका मतलब है कि इस स्कीम में किए गए 1.5 लाख रुपये तक के जमा पर सेक्शन 80C के तहत टैक्स कटौती की जा सकती है। इसके अतिरिक्त, अर्जित ब्याज और मैच्योरिटी राशि भी टैक्स से पूरी तरह मुक्त है। इसलिए जबकि निवेश आपकी टैक्स योग्य आय को कम कर सकता है, स्थिर रिटर्न और निकासी की सुविधा लचीलापन और सुरक्षा प्रदान करती है, जिससे यह हर किसी के लिए फायदेमंद है।
क्या आपको सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करना चाहिए?
अपनी बेटी की भविष्य की जरुरतों का ख्याल रखने के लिए एक मामूली फंड बनाने की चाहत रखने वाले मां-बाप के लिए SSY एक बेहतरीन निवेश विकल्प है जो कम जोखिम के साथ-साथ स्थिर रिटर्न और टैक्स लाभ भी प्रदान करता है। नतीजतन, यह उन व्यक्तियों के लिए विशेष रूप से उपयुक्त है जो म्यूचुअल फंड जैसे जोखिम भरे, बाजार से जुड़े विकल्पों से बचना पसंद करते हैं। जबकि SSY एक स्पष्ट लक्ष्य के साथ अनुशासित बचत को प्रोत्साहित करता है, 21 साल की लॉक-इन अवधि और आंशिक और पूर्ण निकासी पर लागू शर्तों को देखते हुए यह स्कीम सभी के लिए उपयुक्त नहीं हो सकती है। बेहतर रिटर्न के लिए, SSY को अपने पोर्टफोलियो का हिस्सा बनाएं, तथा महंगाई दर को मात देने वाले रिटर्न के लिए इक्विटी जैसे एसेट्स वर्गों में अपने निवेश को विविधता प्रदान करें।
(डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी ने लिखी है, यह सिर्फ जानकारी के लिए है, किसी भी तरह के निवेश की सलाह नहीं है, अगर आप कहीं भी निवेश करना चाहते हैं तो निवेश एक्स्पर्ट से संर्पक करें।)
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रामानुज सिंह author
रामानुज सिंह अगस्त 2017 से Timesnowhindi.com के साथ करियर को आगे बढ़ा रहे हैं। यहां वे असिस्टेंट ...और देखें
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