Color Bomb Stick: क्या होती है कलर बम स्टिक, जिसे जूते से निकालकर शख्स ने संसद में मचाया हड़कंप
Security Breach in Lok Sabha : सदन में मौजूद सांसदों ने जब उन्हें दबोचने की कोशिश की, तो एक शख्स ने अपने जूते से कलर स्टिक बम निकालर फोड़ दिया और फिर पूरे संदन में धुआं फैल गया। इस तरह के स्टिक बम को आम तौर पर म्यूजिक कंसर्ट में इस्तेमाल किया जाता है।
Fire Stick Bomb
Security Breach in Lok Sabha : बुधवार की दोहपर देश की संसद में अचानक से तब हड़कंप मच गया है, जब दो शख्स लोकसभा की कार्यवाही के दौरान घूस आए। दोनों दर्शक दीर्घा से सदन में दाखिल हुए और सांसदों की बैठने वाली मेज पर कूदते हुए स्पीकर की कुर्सी तरफ बढ़ने लगे। सदन में मौजूद सांसदों ने जब उन्हें दबोचने की कोशिश की, तो एक शख्स ने अपने जूते से कलर स्टिक बम निकालर फोड़ दिया और फिर पूरे संदन में धुआं फैल गया। आखिर ये कलर स्टिक बम क्या है और क्या ये खतरनाक साबित हो सकता है।
आतिशबाजी धुआं बम
आमतौर पर यह एक आतिशबाजी धुआं बम है। इसे बनाने के लिए एक फॉर्मूले का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें एक ऑक्सीडाइजर (आमतौर पर पोटेशियम नाइट्रेट, KNO3), एक ईंधन (आमतौर पर चीनी), एक मॉडरेटर (जैसे सोडियम बाइकार्बोनेट) होता है और पाउडर कार्बनिक डाई का यूज किया जाता है।
कहां होता है इस्तेमाल
इस तरह के स्टिक बम को आम तौर पर म्यूजिक कंसर्ट में इस्तेमाल किया जाता है। कलर बम को धुएं की गर्मी से एक डाई को वाष्पीकृत करके बनाया जाता है। यह स्मोक ट्यूब, फिल्म, विज्ञापन, टेलीविजन और नाटक के दृश्यों में इस्तेमाल होता है। इसे पूरी तरह से सुरक्षित बताया जाता है। इसे इस्तेमाल के लिए केवल पुल रिंग खोलने की जरूरत होती है। कलर स्मोक बम या कलर स्मोक पाइप कई रंगों में उपलब्ध हो सकता है, जैसे की लाल, हरा, नीला, पीला, आदि।
सभी को हिरासत में लिया गया
पुलिस ने संसद के अंदर से दो और बाहरी परिसर से दो घुसपैठियों को हिरासत में लिया है। ये कलर स्टिक बम का इस्तेमाल कर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, उनका सारा सामान जब्त कर लिया गया है। जब ये सुरक्षा में चूक हुई, तब बीजेपी सांसद राजेंद्र अग्रवाल स्पीकर की चेयर पर थे। संसद की सुरक्षा में चूक उस दिन हुई, जिस दिन यानी आज संसद भवन पर हमले की 22वीं बरसी है। 13 दिसंबर 2001 में आतंकियों ने संसद भवन पर हमला किया था। इस हमले में 9 जवान शहीद हुए थे, जबकि 5 आतंकी मारे गए थे।
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