Sukanya Samriddhi Yojana: सुकन्या समृद्धि स्कीम में किया है निवेश, तो पूरा करें ये काम, वरना बंद हो जाएगा अकाउंट
Sukanya Samriddhi Yojana: सुकन्या समृद्धि योजना के खाते को जारी रखने के लिए मिनिमम बैलेंस बनाए रखना बेहद जरूरी है। सुकन्या समृद्धि योजना को बेटियों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। साथ ही इस स्कीम में निवेश करने पर माता पिता को टैक्स डिडक्शन का भी लाभ मिलता है।
Sukanya Samriddhi Yojana: केंद्र सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना लोगों के बीच काफी पॉपुलर है। यह स्कीम बेटियों के लिए है। यह एक स्मॉल सेविंग स्कीम है, माता -पिता इस स्कीम में निवेश कर अपनी बेटी के भविष्य के आर्थिक रूप से सुरक्षित कर सकते हैं। सरकार ने जनवरी से मार्च तिमाही के लिए सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दर को 8.2 फीसदी कर दिया है। इस स्कीम के जरिए कोई भी माता-पिता अपनी बेटियों के लिए लंबे समय में एक मोटी रकम जमा कर सकते हैं।
मिनिमम बैलेंस बनाए रखना जरूरी
सुकन्या समृद्धि योजना के खाते को जारी रखने के लिए मिनिमम बैलेंस बनाए रखना बेहद जरूरी है। इसको लेकर सरकार ने नए नियम भी बनाए हैं। अकाउंट होल्डर्स को 31 मार्च 204 तक खाते में मिनिमम बैलेंस बनाए रखना जरूरी है। ऐसा नहीं करने वालों का खाता डीक्टिवेट हो जाएगा। खाते को फिर से दोबारा शुरू करने के लिए फाइन भरना पड़ सकता है।
मिनिमम बैलेंस
सुकन्या समृद्धि योजना के खाते में मिनिमम बैलेंस 250 रुपये है। खाते को चालू रखने के लिए एक वित्त वर्ष 250 रुपये जमा करनी जरूरी होता है। दोबारा खाते को शुरू कराने के लिए हर साल के हिसाब 50 रुपये का जुर्माना लगता है।
बेटियों के लिए स्कीम
सुकन्या समृद्धि योजना को बेटियों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। साथ ही इस स्कीम में निवेश करने पर माता पिता को टैक्स डिडक्शन का भी लाभ मिलता है। मौजूदा समय में सरकार इस स्कीम में निवेश की राशि पर 8.2 फीसदी की दर से ब्याज ऑफर कर रही है। इससे पहले इस स्कीम पर 8 फीसदी की दर से ब्याज मिलता था। सरकार स्कीम की ब्याज दर की समीक्षा हर तीन महीने पर करती है।
इनकम टैक्स डिडक्शन
SSY में जमा की गई राशि पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक के इनकम टैक्स डिडक्शन के लिए क्लेम कर सकते हैं। साथ ही इस स्कीम के जरिए कमाई गई ब्याज की राशि और मैच्योरिटी की राशि भी टैक्स फ्री है।
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