वित्त राज्य मंत्री बोले- प्राइवेट बैंक सरकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने के लिए करें अधिक प्रयास
केंद्र बैंकों के माध्यम से किसानों, व्यापारियों और रेहड़ी-पटरी वालों जैसे समूहों के लिए प्रधानमंत्री जन धन योजना, पीएम स्वनिधि, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना जैसी कई वित्तीय योजनाएं चलाता है। कराड ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था 10वें स्थान से सुधरकर पांचवें स्थान पर आ गई है।
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केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री डॉ. भागवत कराड ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीयकृत बैंक किसानों, व्यवसायों और रेहड़ी-पटरी वालों तक केंद्र की वित्तीय योजनाओं को पहुंचाने में अच्छा काम कर रहे हैं लेकिन निजी क्षेत्र के बैंको को अधिक प्रयास करने की जरूरत है। महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में वित्तीय समावेशन पर आयोजित एक बैठक से इतर कराड ने यहां संवाददाताओं से कहा कि केंद्र बैंकों के माध्यम से किसानों, व्यापारियों और रेहड़ी-पटरी वालों जैसे समूहों के लिए प्रधानमंत्री जन धन योजना, पीएम स्वनिधि, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना जैसी कई वित्तीय योजनाएं चलाता है।
बैंक की अहम भूमिका
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीयकृत बैंक इन वित्तीय योजनाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, लेकिन निजी क्षेत्र के बैंक इस दिशा में अपेक्षा के अनुरूप काम नहीं कर रहे हैं। मंत्री ने कहा कि इस महीने के अंत तक निजी बैंकों के साथ बैठक की जाएगी और उन्हें इस संबंध में ‘आवश्यक’ निर्देश दिए जाएंगे।
50 करोड़ से अधिक बैंक खाते
कराड ने कहा कि प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत अब तक 50 करोड़ से अधिक बैंक खाते (जीरो-बैलेंस) खोले जा चुके हैं। कॉरपोरेट क्षेत्र के NPA भी कम हो रहे हैं। कराड ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था 10वें स्थान से सुधरकर पांचवें स्थान पर आ गई है। वित्त मंत्रालय यह सुनिश्चित करने के लिए बैंकों के साथ बैठकें कर रहा है कि वे सरकार की वित्तीय योजनाओं को शहरों तथा ग्रामीण क्षेत्रों में अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाएं।
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