Vande Metro Train: कब और किन शहरों में शुरू होंगी वंदे मेट्रो, कितना होगा किराया, रेल मंत्री ने दिया अपडेट

Vande Metro Train: वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की सफलता के बाद अब पटरियों पर जल्द ही वंदे मेट्रो को भी उतारने की प्लानिंग चल रही है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वंदे मेट्रो को लेकर बड़ा अपडेट दिया है।

अश्विनी वैष्णव कहा कि वंदे मेट्रो ट्रेनें सबअर्बन ट्रेन नेटवर्क पर पड़ने वाले दबाव को कम करने में मदद करेंगी

मुख्य बातें
  • वंदे भारत एक्सप्रेस की सफलता के बाद आएंगे वंदे मेट्रो
  • बड़े शहरों से शुरू की जाएगी वंदे मेट्रो सेवाओं की शुरुआत
  • एक दिन में 4 से 5 चक्कर लगाएगी वंदे मेट्रो ट्रेन

Vande Metro Train: रेल मंत्रालय इस साल के लास्ट तक कम दूरी तय करने वाली वंदे भारत ट्रेनों को पटरियों पर उतारने की प्लानिंग कर रहा है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Rail Minister Ashwini Vaishnaw) ने एएनआई के साथ बातचीत करते हुए कहा कि वंदे मेट्रो को इस उद्देश्य से बनाया जा रहा है कि ये 100 किलोमीटर से कम दूरी वाले शहरों में रोजाना 4 से 5 बार चलाई जा सके। उन्होंने कहा कि वंदे भारत मेट्रो ट्रेन न सिर्फ आरामदायक होगी बल्कि इसका सफर भी सस्ता होगा। ये ट्रेन दिसंबर तक तैयार हो जाएगी।

सबअर्बन ट्रेन नेटवर्क पर पड़ने वाले दबाव को कम करेगी वंदे मेट्रो

अश्विनी वैष्णव कहा कि वंदे मेट्रो ट्रेनें सबअर्बन ट्रेन नेटवर्क पर पड़ने वाले दबाव को कम करने में मदद करेंगी। उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेनों को मिले यात्रियों के रेस्पॉन्स के आधार पर ही वंदे मेट्रो चलाने की योजना तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि वंदे मेट्रो से नौकरी वालों और छात्रों को समय की बचत के साथ एक शहर से दूसरे शहर जाने में वर्ल्ड क्लास सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही ये लोकल ट्रेनों पर भी पड़ने वाले भीड़ के दबाव को कम करने में भी मदद करेगा।"

मुंबई, दिल्ली समेत इन शहरों में काफी बिजी है सबअर्बन रेल नेटवर्क

वंदे मेट्रो ट्रेनें सबअर्बन रेल नेटवर्क को बेहतर बनाने के सरकार की कोशिशों का एक हिस्सा है। भारतीय रेल वर्तमान में सबअर्बन सेवाओं से हाई डिमांड लेकिन कम दूरी के रूटों (लगभग 100 किलोमीटर एक तरफ) को पूरा करता है। इसमें सबसे बिजी रूट मुंबई, दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई के मेट्रो शहरों के आसपास हैं। इनके अलावा, लखनऊ-कानपुर, पुणे, हैदराबाद, बाराबंकी-लखनऊ और पेरनेम-कारवार (गोवा) में भी सबअर्बन सेवाएं हैं। बताते चलें कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों में 160 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की टॉप स्पीड तक पहुंचने की क्षमता है।

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