क्या होता है Gold ETF, फेस्टिव सीजन में लगाएं पैसा, सेफ्टी की नहीं रहेगी टेंशन

Gold ETF Benefits: सोने में निवेश करने के लिए गोल्ड ईटीएफ को अच्छा ऑप्शन माना जाता है। गोल्ड ईटीएफ असल में म्यूचुअल फंड ही है। गोल्ड ईटीएफ भी सोने के रेट पर ऊपर-नीचे होता है। गोल्ड ईटीएफ निवेशकों को लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना रहती है।

investment in gold etf

गोल्ड ईटीएफ में करें निवेश

मुख्य बातें
  • फिजिकल के बजाय गोल्ड ईटीएफ बेहतर ऑप्शन
  • सेफ्टी की नहीं रहेगी टेंशन
  • बीएसई-एनएसई पर होते हैं लिस्ट

Gold ETF Benefits: भारत में फेस्टिव सीजन (Festive Season) की शुरुआत होने जा रही है। फेस्टिव सीजन में भारत में सोने की डिमांड बढ़ जाती है। लोग जमकर ज्वैलरी खरीदते हैं। लोग धनतेरस और अक्षय तृतिया जैसे त्योहारों पर सोना खरीदते हैं। मगर यदि आपकी जरूरत ज्वैलरी नहीं है तो आप फिजिकल के बजाय डिजिटल गोल्ड (Digital Gold) खरीद सकते हैं। डिजिटल गोल्ड में निवेश करना आसान है। इसका एक तरीका है गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड या ईटीएफ (Gold ETF)। आगे जानिए क्या है गोल्ड ईटीएफ, इसमें निवेश करने का तरीका और फायदे।

ये भी पढ़ें - इजराइल-हमास युद्ध के बीच एयर इंडिया का बड़ा ऐलान, टिकट रीशेड्यूल करने पर नहीं लगेगा कोई चार्ज

क्या है गोल्ड ईटीएफ

सोने में निवेश करने के लिए गोल्ड ईटीएफ को अच्छा ऑप्शन माना जाता है। गोल्ड ईटीएफ असल में म्यूचुअल फंड ही है। गोल्ड ईटीएफ भी सोने के रेट पर ऊपर-नीचे होता है। गोल्ड ईटीएफ निवेशकों को लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना रहती है।

अच्छी बात ये है कि गोल्ड ईटीएफ इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में होते हैं। आपको इसमें सोने की शुद्धता को लेकर चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। फिजिकल गोल्ड के मुकाबले गोल्ड ईटीएफ को जल्दी और मौजूदा रेट पर बेचा जा सकता है।

क्या हैं फायदे

एक गोल्ड ईटीएफ यूनिट 1 ग्राम सोने के बराबर होती है। गोल्ड ईटीएफ में 99.5% शुद्ध सोना होता है। गोल्ड ईटीएफ की कीमतें बीएसई/एनएसई की वेबसाइट पर लिस्टेड होती हैं और इसे स्टॉक ब्रोकर के जरिए कभी भी खरीदा या बेचा जा सकता है। सोने के आभूषणों के उलट गोल्ड ईटीएफ को पूरे भारत में एक ही कीमत पर खरीदा और बेचा जा सकता है।

कहां से खरीदें

डीमैट और ट्रेडिंग खाते का उपयोग करके ब्रोकर के जरिए आप बीएसई/एनएसई पर गोल्ड ईटीएफ खरीद सकते हैं। गोल्ड ईटीएफ खरीदते या बेचते समय ब्रोकरेज शुल्क और मामूली फंड मैनेजमेंट चार्जेस लागू होते हैं।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | यूटिलिटी (utility-news News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

लेटेस्ट न्यूज

काशिद हुसैन author

काशिद हुसैन अप्रैल 2023 से Timesnowhindi.Com (टाइम्स नाउ नवभारत) के साथ काम कर रहे हैं। यहां पर वे सीनियर कॉरेस्पोंडेंट हैं। टाइम्स नाउ नवभारत की ब...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited