कानून का शिकंजा...Atique थर-थर काप रहा!

गुनाहों का सदन, सियासत की ठसक, जुर्म का ऐसे जोर चला कि Atique जैसा माफिया खुद को भगवान बन बैठा, लेकिन वक्त बदला तो हक़ीकत भी सामने आ गयी, कानून के जो मुलाज़िम कभी Atique के दरबार में सजदे करते थे अब उसे कायदे से कानून याद दिला रहे हैं। पूरी रिपोर्ट देखें Times Now Navbharat पर...

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