हमारा इतिहास आक्रांताओं के हमले, उनकी तबाही, उनकी लूट से भरा है। जिन्होंने बार बार भारत की सनातन संस्कृति, विरासत को नष्ट करने की कोशिश की और बार बार भारत वर्ष इन आक्रांताओं के हमले से बर्बाद होकर भी फिर खड़ा हुआ। विजयनगर साम्राज्य के दौर में स्थापत्य कला की दृष्टि से हंपी की भव्यता अद्वितीय थी..कहा जाता है कि उस दौर में हंपी रोम से भी ज्यादा खूबसूरत शहर हुआ करता था...4100 हेक्टेयर क्षेत्र में 1800 मंदिरों के भग्नावशेष यानी खंडहर हैं...1565 में बीदर, गोलकुंडा , अहमदनगर और बरार के मुस्लिम सुल्तानों ने इन मंदिरों पर हमला किया इन मंदिरों की संपत्ति को लूटा और नष्ट कर दिया। करीब 5 महीने तक इन मंदिरों पर हमला किया गया।