Ayodhya Babri Masjid Demolition Case एक बार फिर अदालत की चौखट पर पहुंच गया है. अयोध्यावासी हाजी महबूब अहमद और सैयद अखलाक अहमद ने इस मामले में 30 सितंबर, 2020 के निचली अदालत के फैसले को रद्द करने और सभी 32 आरोपियों को दोषी ठहराते हुए उन्हें दंडित करने का अनुरोध किया है. दोनों याचिकाकर्ताओं का कहना है कि वे ढांचा विध्वंस मामले की अदालती कार्रवाई के दौरान अभियुक्तों के खिलाफ गवाह थे.#AyodhyaBabriMasjidDemolitionCase#BabriMasjid #AllahabadHighCourt#TimesNowNavbharatOriginal