बिहार के एक समुदाय ने पूरी जाति गणना के आकंड़ों को ही फर्जी ठहरा दिया है। इस समाज की संख्या जातिगत गणना के आंकड़ों के मुताबिक महज 825 है। हम बात कर रहे हैं किन्नर समाज की। ट्रांसजेंडर कार्यकर्ता रेशमा प्रसाद ने जातिगत गणना के आंकड़ों को फर्जी बताते हुए कहा कि इस गणना के दौरान उनसे किसी ने कोई ब्योरा नहीं लिया।