Chhath 2023: Yamuna में झाग की चादर, छठ व्रतियों को Doctor Swati Maheshwari की सलाह!
दूषित यमुना नदी में छठ भारतीयों द्वारा पूजा करने पर उनके शरीर में केमिकल की वजह से बीमारियां बनती हैं. चर्म रोग विशेषज्ञ की माने तो यमुना जी में इस वक्त काफी जहरीले कैमिकल मिले होते हैं और ये सभी सीवेज प्लांट्स और फैक्टरी से निकल कर यमुना नदी में मिलता है. यमुना नदी में आने के कारण इसमें अमोनिया, फॉस्फेट, आरकारी, लेड,मरकरी ये सभी कैमिकल फोम यानी कि झाग में आ जाता है जिसके कारण चर्म रोग होते हैं और खासतौर पर महिलाओं की त्वचा बहुत नाजुक होती है इसलिए महिलाओं के लिए दूषित यमुना में उतरकर पूजा करना काफी शारीरिक तौर पर नुकसानदायक जैसे जलन होना,त्वचा का कैंसर होना भी शामिल है.
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