12 मार्च 2007 को देश की लोकसभा ने गोरखपुर से तीसरी बार सांसद बने योगी आदित्यनाथ के आंसू देखे थे। मामला था गोरखपुर दंगों में योगी को आरोपी बनाकर 11 दिन जेल में रखने का। उस वक्त यूपी में मुलायम सिंह यादव की सरकार थी केंद्र में कांग्रेसनीत यूपीए। स्पीकर की कुर्सी पर बैठे सोमनाथ चटर्जी योगी को ढांढस बंधा रहे थे। लेकिन ये 16 साल पुरानी बात थी। इतिहास ने करवट बदली यूपी की सत्ता पर योगी दूसरी बार प्रचंड बहुमत से काबिज हुए। और अब जाकर गोरखपुर दंगे के असली गुनाहगार को सज़ा मिल पाई है।