हमास के हमले में आम इजराइली मारे गए थे। तो इजराइल के हमलों में भी आम फिलिस्तीनी मारे जा रहे हैं। तर्क शास्त्र के जानकार युद्ध का तर्क जुटा ही लेंगे। लेकिन बेकसूर लोगों और मासूम बच्चों के नरसंहार को कोई तर्क सही नहीं ठहरा सकता। इसलिए ऐ शरीफ इंसानों जंग टलती रहे तो बेहतर है। आप और हम सभी के आंगन में शम्मा जलती रहे तो बेहतर है।