जिस निज्जर को कनाडाई नागरिक बताते हुए ट्रूडो साहब अपनी गिरती लोकप्रियता को थामना चाहते हैं उसका इतिहास कनाडा की सरकार को ही शर्मिंदा करने वाला है। भारत का भगौड़ा हरदीप सिंह निज्जर साल 1997 में पंजाब से कनाडा पहुंचा था लेकिन टोरंटो एयरपोर्ट पर उतरते ही इमिग्रेशन अधिकारियों ने निज्जर को गिरफ्तार कर लिया। वह रवि शर्मा नाम की फर्जी पासपोर्ट के जरिए कनाडा में दाखिल हुआ था। पुलिस से बचने के लिए निज्जर ने पंजाब पुलिस की झूठी बर्बरता की कहानी रची। खालिस्तानियों से सांठगांठ तो थी ही कनाडा में टिके रहने के लिए उत्पीड़न का हवाला देते हुए निज्जन ने राजनीतिक शरण की मांग की। अपने झूठ को सच साबित करने के लिए निज्जर ने एक भारतीय डॉक्टर की मदद ली लेकिन यहां भी पोल खुल गई।