कहते हैं कोई भी खिलाड़ी कभी खेल से बड़ा नहीं हो सकता। कहते हैं तो ठीक ही कहते होंगे लेकिन कहने वालों ने कहते वक्त शायद उसे देखा नहीं होगा जिसका आज जन्मदिन है। क्रिकेट वैसे भी भारत में खेल से कहीं बढ़कर दर्जा रखता है। कहानियां हमने सुनी हैं बिना हेलमेट के तूफानी तेज गेंदबाजों को खेलते लिटिल मास्टर सुनील गवास्कर की। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की दीवानगी को तो हमने जीया है। लेकिन थाला, उर्फ माही ऊर्फ एमएसडी उर्फ महेंद्र सिंह धोनी का किस्सा बिल्कुल अलग है। क्रिकेट की किताब में एक नया चैप्टर जोड़ा है माही ने।