2004 में यूपी एसटीएफ की ओर से दर्ज एफआईआर में कहा गया था कि मुख्तार अंसारी उस वक्त तत्कालीन बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या करना चाहता था. राय के पास बुलेटप्रूफ कार थी, जिसे एलएमजी के बिना भेदना आसान नहीं था. इसलिए मुख्तार इसे खरीदना चाहता था.इस पूरे मामले में आखिर कैसे मुख्तार अंसारी फंसा और कैसे तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के दबाव में उसका नाम इस केस से हटाया गया,बता रहे हैं STF के पूर्व DSP शैलेंद्र सिंह.