वो दस्तावेज जिनसे सवाल उठ रहे हैं कि कैसे एक बिजनेसमैन ने अचानक Sanjay Singh के करीबी को अपने बिजनेस में स्टेक होल्डर बनाने को तैयार हो गया। क्योंकि कोई भी अपनी कंपनी में किसी को ऐसी ही स्टेक होल्डर नहीं बनाने लग जाता। वो भी ऐसे व्यक्ति को जिसे उस बिजनेस का कोई अनुभव ही ना हो.. लेकिन ईडी के आरोप और उससे जुड़े इन दस्तावेज़ों में तो ऐसा ही होने का दावा है.