इंडी गठबंधन को लेकर बड़े ढोल पीटे जा रहे थे। कि ये सब मिलकर नरेंद्र मोदी को 2024 में हरा देंगे। इंडी गठबंधन को बने हुए चार महीने हुए हैं और इन चार महीनों में इस गठबंधन की हालत सब देख चुके हैं। इनकी लास्ट मीटिंग डेढ़ महीने पहले हुई थी।अगली मीटिंग कब होगी कुछ अता पता नहीं है। एक ज्वाइंट रैली भी होने वाली थी वो अब तक नहीं हुई। इसी बीच सबने झगड़े भी देखे कि कभी केजरीवाल और कांग्रेस लड़ रहे हैं तो कभी ममता और कांग्रेस लड़ रहे हैं.अब इंडी गठबंधन में नया बम फूट पड़ा है। अखिलेश यादव भयंकर गुस्से में हैं। और वो इंडी गठबंधन में कांग्रेस के धागे खोल रहे हैं।