No Confidence Motion: अविश्वास प्रस्ताव पर किस तरह I.N.D.I.A की रणनीति हुई फेल? अविश्वास प्रस्ताव जिस तरह पेश किया गया और उसका जो हश्र हुआ उसने सत्ता पक्ष की मजबूती और विपक्ष की कमजोरी को साफ जाहिर कर दिया. लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर तीन दिन तक चली बहस में मुद्दों से ज्यादा चुनावी राजनीति हावी रही. नेताओं ने एक दूसरे पर व्यक्तिगत कटाक्ष किए और असंसदीय भाषा का भी इस्तेमाल किया. इस अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से विपक्ष ने अपनी आक्रामकता दिखाते हुए मोदी सरकार को हरसंभव तरीके से कठघरे में खड़ा करने की कोशिश तो की, लेकिन वह नाकाम ही रहा. इसके पीछे की जो बड़ी यह रही कि विपक्ष तथ्यों और तर्कों से लैस नहीं था.