ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे के बाद रेल की टूटी पटरियां तो जोड़ दी गई हैं लेकिन 288 लोगों की मौत के बाद उनके टूटे हुए परिवारों को दोबारा खड़े होने में काफी वक्त लगेगा। शवों के अंबार में से अपना परिजन ढूंढना बेहद तकलीफदेह प्रक्रिया है। किसी को अपने बेटे की तलाश है किसी को पिता की। घायलों की भीड़ से निराश होकर लौटे परिजन लाशों के अंबार में अपने रिश्तेदारों को ढूंढ रहे हैं। यहां भी अजीब सी स्थिति बन गई है।