कतर के साथ भारत का एक समझौता हुआ था 2015 में जिसके अनुसार अगर किसी भारतीय को इस तरह की सजा होती है तो उसे वापस भारत भेजा जा सकता है अपनी बाकी सजा काटने के लिए। इस समझौते को कहा जाता है एग्रीमेंट ऑन ट्रांसफर ऑफ सेंटेंस्ड पर्सन। बता दें कि भारत ने 31 देशों के साथ यह समझौता किया है।