जून के महीने में 22वें विधि आयोग ने समान नागरिक संहिता या यूनिफॉर्म सिविल कोड यानी यूसीसी पर देश की जनता और मान्यता प्राप्त धार्मिक संगठनों, सार्वजनिक संस्थानों से 14 जुलाई तक अपनी राय देने का समय दिया है। यूसीसी को लेकर लगातार प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। लेकिन सबसे ज्यादा विरोध के सुर उठ रहे हैं मुस्लिम समाज से। कई मुस्लिम धर्मगुरुओं ने यूसीसी का विरोध करने की घोषणाएं कर रहे हैं। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने यूसीसी के खिलाफ जनसमर्थन जुटाने की मुहिम शुरू कर दी है। इस बीच सहारनपुर में जुम्मे यानी शुक्रवार को मस्जिद से यूसीसी पर बड़ी घोषणा होने की खबर फैली।