तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और खेल एवं युवा मामलों के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म विरोधी बयान को लेकर चौतरहा चर्चाएं हो रही है, उनके इस बयान के बाद उन्हें विरोध का सामना भी करना पड़ रहा रहा है.. उदयनिधि स्टालिन ने अपने एक भाषण में सनातन धर्म को लेकर जो बात कही, वह न सिर्फ उनकी पार्टी डीएमके बल्कि समूचे द्रविड़ आंदोलन की स्थापित लाइन रही है।लेकिन इन सबके बीच सनातन कैसे वर्तमान में राजनीती का मुद्दा बन गया है ,और आखिर सनातन धर्म पर निशाना साधने के पीछे की राजनीती क्या है क्यो ये हिंदी का विरोध, चलिए इस वीडियो के जरीये समझने की कोशिश करते हैं की द्रविड़ बनाम सनातन का क्या है संघर्ष का इतिहास, और वर्तमान में क्या है इसके सियासी मायने..