उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिल्क्यारा टनल में 17 दिनों तक फंसे मजदूरों को निकालने में जब विदेशी ऑगर मशीन फेल हो गई। तमाम विदेशी एक्सपर्ट्स के हाथ पांव फूल गए तब काम आए रैट माइनर्स। चूहों की तरह हाथ से चट्टान खोदने वाले ये रैट माइनर्स आखिरी 26 घंटे तक लगातार खुदाई करते रहे और आखिरी 12 मीटर की खुदाई इन्होंने ही की। जिसके बाद सभी 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। उत्तराखंड सरकार ने इन रैट माइनर्स को 50 हजार रूपये का ईनाम देने की भी घोषणा की है। सिल्क्यारा रेस्क्यू ऑपरेशन के हीरो रहे ये रैट माइनर्स खुद भी मजदूरी करते हैं।