Dhartiputra | माफिया Atique के बेटे Asad और शूटर Gulam के एनकाउंटर पर विपक्ष की सियासत अभी खत्म भी नहीं हुई थी कि इस बीच Atique और उसके भाई Ashraf की पु्लिस कस्टडी में हुई हत्या ने सियासी पाड़े को और भी ऊपर चढ़ा दिया। हालांकि इस मुद्दे पर दोहरी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। जहां एक ओर माफिया के ढ़ेर होने पर कुछ लोग 'रामराज' की बात कर रहे है। वहीं दूसरी ओर राजनीतिक दल मामले में मजहब की चादर ओढ़े नजर आ रहे है। इस पर सवाल यह उठता है कि माफिया के सर्वनाश से आखिर विपक्ष हताश क्यों है ?