Ajab Gajab News: देश का सबसे रहस्यमयी कुंड, मात्र ताली बजाने से ही ऊपर आ जाता है पानी
Ajab Gajab News: वैज्ञानिकोंं ने कुंड को लेकर बहुत सारे रिसर्च किए कि आखिर कैसे ताली बजाने से पानी ऊपर आ सकता है, लेकिन इस राज का पर्दाफाश नहीं कर पाए। झारखंड राज्य में स्थित यह रहस्यमयी कुंड बोकारो शहर से मात्र 27 किलोमीटर दूर स्थित है।
दहाली कुंड (फोटो साभार-ट्विटर)
- झारखंड का अनोखा कुंड
- ताली बजाने से ऊपर आता है पानी
- चर्म रोग जैसी बीमारी नहीं होती
ताली बजाने से ऊपर आता है पानी
संबंधित खबरें
झारखंड राज्य में स्थित यह रहस्यमयी कुंड बोकारो शहर से मात्र 27 किलोमीटर दूर स्थित है। इसे दलाही कुंड के नाम से जाना जाता है। यह अनोखा कुंड चारों ओर कंक्रीट की दीवारों से घिरा है। यहां नहाने के लिए न सिर्फ भारत से बल्कि विदेश से भी लोग आते हैं। गौरतलब है कि वैज्ञानिकोंं ने इस कुंड को लेकर बहुत सारे रिसर्च किए कि आखिर कैसे ताली बजाने से पानी ऊपर आ सकता है। हालांकि, वैज्ञानिक भी इस राज का पर्दाफाश नहीं कर पाए।
नहीं होती चर्म रोज जैसी घातक बीमारी
दलाही कुंड को लेकर एक और बात सबसे ज्यादा प्रचलित है। इस कुंड के पानी में जो भी मन्नत मांगता है उसकी मनोकामना जरूर पूरी होती है।इस कुंड में नहाने वाले शख्स को कभी चर्म रोग जैसी घातक बीमारी नहीं होती। इसका मतलब यह है कि कुंड के पानी में गंधक-हीलियम आदि मौजूद है। कुंड से निकला पानी जमुई नाम के नाले में गिरता है। नाले से होता हुआ यह पानी गरगा नाम की नदी में मिल जाता है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | वायरल (viral News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
देश को सबसे ज्यादा प्रधानमंत्री देने वाले और हरिवंशराय बच्चन के शहर प्रयागराज में पैदा होने के बाद साल 2015 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पत्रकारित...और देखें
ठंड से बचने के लिए लड़के ने निकाला ऐसा जुगाड़, देखकर सिर पकड़कर बैठ जाएंगे
नाई ने लड़की के सिर पर उगा दिया भेड़ का सिर, Hairstyle देख हर कोई रह गया दंग
Delhi Metro में लड़के ने अजोबीगरीब भाषा में किया प्रैंक, सुनकर आप भी हंसी रोक नहीं पाएंगे
रामपुरी चाकू का नाम तो खूब सुना होगा आपने, आज इसकी बनने की प्रक्रिया भी देख लीजिए
VIDEO: फूलों से सजी कार में था दूल्हा तभी पहुंच गईं बकरियां, सोच भी नहीं सकते फिर जो हुआ
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited