इंटरनेट पर क्‍यों ट्रेंड कर रहा All Eyes On Rafah, क्‍या है इसका असली मतलब और कैसे हुई शुरुआत

What is All eyes on Rafah: इस ट्रेंड की शुरुआत 26 मई को राफा में विस्थापित लोगों के एक शिविर पर हवाई हमला होने के बाद से हुई। यह हमला हमास द्वारा तेल अवीव क्षेत्र में रॉकेट दागे जाने के बाद हुआ।

सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही फोटो।

What is All eyes on Rafah: सोशल मीडिया पिछले 72 घंटे से All eyes on Rafah की एक फोटो खूब वायरल हो रही है। इस फोटो को आपने देश और दुनिया के कई नामचीन लोग या सेलिब्रिटीज की इंस्‍टाग्राम स्‍टोरी पर देखा होगा, जिसमें रेत और टेंट की फोटो बनी है। क्‍या आपको मालूम है कि, ये फोटो सोशल मीडिया क्‍यों इतना ट्रेंड हो रही है, इसका मतलब क्‍या है और इसकी शुरुआत कैसे हुई ? दरअसल, #AllEyesOnRafah ट्रेंड को सपोर्ट कर रहे लोग दक्षिणी गाजा के राफा शहर के लिए अपना समर्थन दिखा रहे हैं, जहां रविवार को इजरायली हवाई हमले के बाद 45 लोग मारे गए और 200 से अधिक घायल हो गए।

क्‍या है पूरा माजरा

हिन्‍दुस्‍तान टाइम्‍स ने रॉयटर्स की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया है कि, 26 मई को राफा में विस्थापित लोगों के एक शिविर पर हवाई हमला हुआ था। यह हमला हमास द्वारा तेल अवीव क्षेत्र में रॉकेट दागे जाने के बाद हुआ। इस पूरे घटनाक्रम के बाद फिलिस्तीन शरणार्थियों के समर्थन में एक्‍स पर पोस्‍ट करते हुए लिखा कि, 'गाजा धरती पर नरक बन गया है। परिवार युद्ध से बचने की कोशिश में शरण लेना जारी रखते हैं, लेकिन गाजा पट्टी में सुरक्षित जगह जैसी कोई चीज नहीं है। कोई भी सुरक्षित नहीं है: नागरिक नहीं, सहायता कर्मी नहीं, किसी को भी नहीं बख्शा गया है। हमें #CeasefireNow की जरूरत है।' हमास द्वारा संचालित क्षेत्र के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि, '35 लोगों की जान चली गई और दर्जनों लोग घायल हो गए, जिनमें से अधिकांश बच्चे और महिलाएं थीं।' इसके कुछ समय बाद चला कि, हमले में मारे गए लोगों की संख्‍या 35 नहीं 45 है। इज़रायली सेना ने बयान ने जारी करते हुए कहा कि, यह हमला अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत वैध लक्ष्यों के खिलाफ सटीक खुफिया जानकारी पर आधारित था। इसमें हमास के दो वरिष्ठ अधिकारी मारे गए।

दुनिया भर में विरोध

गाजा के राफा शहर में हुई इस घटना के कारण इज़रायल को दुनिया भर में विरोध का सामना करना पड़ रहा है। कई लोगों ने इसकी निंदा की है और कई लोगों ने हमास और इजरायल के बीच युद्ध विराम की मांग की है। बता दें कि, 7 अक्टूबर, 2023 को हमास ने दक्षिणी इज़राइल पर हमला किया था, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे। हमास ने कई लोगों को बंधक भी बनाया था जिसके बाद महिलाओं और बच्‍चों से बर्बरता की खबरें भी सामने आई थीं।

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