VIDEO: लंदन में मुंबई की फेमस 'डब्‍बावाला' सर्विस देख Anand Mahindra हुए गदगद, वीडियो शेयर कर कही ये बात

Anand Mahindra: आनंद महिंद्रा ने जो वीडियो शेयर किया है उसमें दिख रहा है कि, कैसे एक कंपनी लोगों को दफ्तर तक खुद पकाए हुए भोजन को पहुंचाने का काम करती है। ऐसा कहा जाता सकता है कि कई मायनों में ये कंपनी मुंबई की डब्‍बावाला सर्विस से प्रभावित है।

आनंद महिंद्रा ने शेयर किया वीडियो।
Anand Mahindra Video: मुंबई में एक अर्से एक डब्‍बावाला सर्विस चल रही है, जो न केवल दुकान और दफ्तरों में टिफिन पहुंचाते हैं बल्कि लोगों तक उनके घरों का प्यार भी पहुंचाते हैं। मुंबई में 'डब्‍बावाला सिस्‍टम' की बहुत बड़ी चेन है जो फूड डिलीवरी का काम करते हैं। इस कारोबार की बात हम इसलिए कर रहे हैं क्‍योंकि हाल ही में लंदन में चल रही ऐसी ही एक सर्विस का वीडियो भारतीय बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा ने शेयर किया है। उन्‍होंने लंदन की एक कंपनी का वीडियो शेयर किया और इसे 'विपरीत उपनिवेशवाद' यानी रिवर्स कॉलोनाइजेशन (भारत के कल्‍चरल इन्‍फ्लुएंस का पश्चिमी देशों में लौटना) की संज्ञा दी।

लंदन में मुंबई जैसी सर्विस देखा बोले महिंद्रा

आनंद महिंद्रा ने जो वीडियो शेयर किया है उसमें दिख रहा है कि, कैसे एक कंपनी लोगों को दफ्तर तक खुद पकाए हुए भोजन को पहुंचाने का काम करती है। ऐसा कहा जाता सकता है कि कई मायनों में ये कंपनी मुंबई की डब्‍बावाला सर्विस से प्रभावित है और उसी पद्धति को अपनाती है। इसे देख आनंद महिंद्रा ने कहा है कि, 'उल्टे उपनिवेशीकरण का कोई बेहतर-या अधिक 'स्वादिष्ट'-सबूत नहीं।' 28 अप्रैल को शेयर किए गए इस वीडियो को अब तक चार लाख से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं। वहीं वीडियो पर तकरीबन 9,000 लाइक्स हैं साथ ही कई कमेंट्स भी हैं।

यूजर्स ने दी प्रतिक्रिया

सोशल मीडिया वीडियो को देखने के बाद यूजर्स ने तरह-तरह से प्रतिक्रिया दी। एक यूजर ने कहा कि, 'शहरों/देशों में ऐसी रणनीतियों को लागू करने के लिए डब्बावाला एक कारण से केस स्टडी बन गया है।' दूसरे यूजर ने कहा कि, 'मुंबई में डब्बावाले एक अलग पैटर्न पर काम करते हैं, वे संबंधित घरों से भोजन इकट्ठा करते हैं और कार्यस्थलों पर वितरित करते हैं। यह स्विगी की तरह है, जिसमें एक ही भोजन को एक स्थान पर पैक किया जाता है और फिर विभिन्न लोगों तक पहुंचाया जाता है - वैसे यह भी एक अच्छा स्टार्ट-अप है।' तीसरे ने कहा कि, 'यह उपनिवेशीकरण का सही प्रकार है। कोई जबरन वसूली नहीं, कुछ भी असमय नहीं, बस स्वादिष्ट व्यंजन।' वहीं एक अन्‍य यूजर ने कहा कि, 'भारत के लोगों को टिकाऊ समाधानों को सीखना और अपनाना है जो हमें अपने पूर्वजों से विरासत में मिला है। भारत किसी भी अन्य विकसित देश की तुलना में अधिक आधुनिक और टिकाऊ है। बस इस पर प्रकाश डालने की जरूरत है।'
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