उनाकोटी रॉक कार्विंग्स (Image Credit: iStock)
मुख्य बातें
- काफी रहस्यमई है उनाकोटी
- मूर्तियों की संख्या एक करोड़ में एक कम
- कारण भी बेहद अनोखा
Unakoti Rock Carvings: दुनिया अजूबों से भरा पड़ा है, खासतौर पर अपना भारत देश और यहां के रहस्य। इन रहस्यों पर से आज तक कोई पर्दा नहीं उठा सका है। दुनियाभर के तमाम शोधकर्ता ऐसे विषयों पर शोध करने की काफी कोशिश करते हैं, लेकिन वे कामयाब नहीं हो पाते हैं। यह स्थान न सिर्फ भारत का बल्कि दुनिया के सबसे रहस्यमई स्थानों में से एक माना जाता है, जिसके बारे में आज तक कोई सटीक प्रमाण नहीं है कि आखिर इसके पीछे का क्या कारण है?
इस स्थान का नाम उनाकोटी है, जो अगरतला (त्रिपुरा की राजधानी) से लगभग 145 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस स्थान के बारे में कहा जाता है कि यहां 99 लाख 99 हजार 999 पत्थर की मूर्तियां हैं, जो एक करोड़ से महज एक कम हैं। लेकिन आज तक इसका रहस्य कोई सुलझा न सका। ये ये मूर्तियां किसने बनाई, कब बनाई या क्यों बनाई, इस सवाल का जवाब ढूंढना नामुमकीन सा बन गया है। इस स्थान को लेकर जो सबे जरूरी प्रश्न पूछा जाता है वो है यहां की मूर्तियां, जो एक करोड़ से एक कम ही क्यों है?
आज तक रहस्य बना हुआ है उनाकोटी
बता दें, उनाकोटी में एक ऐसा स्थान है, जो घने जंगलों और दलदली इलाकों से भरा हुआ है। इन्हीं जंगलों के बीच ये लाखों मूर्तियां बनाई गई है। अब सोचने वाली है कि आखिर कैसे? क्योंकि इस स्थान के आसपास कोई रहता भी नहीं था और ना ही ये स्थान रहने लायक है तो फिर...। इसका कोई सटीक प्रमाण आज तक नहीं मिला है। इस पर अब तक काफी बार रिसर्च भी किया जा चुका है, लेकिन फिर कारणों का पता नहीं लग पाया। ये सभी मूर्तियां देवी-देवताओं की है, जो पत्थरों पर काफी बेहतरीन कारीगरी के साथ उकेरी गई है, जिन्हें लेकर कई किवदंती भी कही जाती है।
उनाकोटी को लेकर प्रचलित किवदंती
किवदंती के अनुसार, इन हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों के बारे में कई पौराणिक कथा बहुत प्रचलित है। इनमें से एक भगवान शिव और अन्य सभी देवी-देवताओं से संबंधित है। कहा जाता है कि एक बार भगवान शिव समेत एक करोड़ देवी-देवता कहीं जा रहे थे। रात हो जाने की वजह से बाकी देवी-देवताओं ने शिव जी से उनाकोटी में रुकने के लिए कहा ताकि सभी आराम कर सकें। इस पर महादेव ने हां कह दिया। लेकिन साथ ही कहा कि सूर्योदय के पहले तक सभी इस स्थान को छोड़ दें। सूर्योदय हुआ, लेकिन सभी सो रहे थे। ऐसे में शिव जी ने गुस्से में आकर सभी को श्राप दे दिया और फिर सभी को पत्थर बना दिया। यही कारण है कि यहां एक करोड़ से एक कम यानी 99 लाख 99 हजार 999 मूर्तियां देखने को मिलती हैं।
दूसरी किवदंती के अनुसार...
दूसरी किवदंती के अनुसार, कहा जाता है कि प्राचीन समय में यहां एक कालू नाम का शिल्पकार रहता था, जो भगवान शिव और माता पार्वती के साथ कैलाषश जाना चाहता था। अब ऐसे में उसके काफी जिद करने के बाद भगवान शिव ने उससे कहा कि "अगर एक दिन में तुम (कालू) एक करोड़ देवी-देवताओं की मूर्तियां बना दोगे तो वो उसे अपने साथ कैलाश ले जाएंगे।" फिर क्या था...शिल्पकार ने यह बात सुनते ही अपना काम शुरू कर दिया और दिन-रात मेहनत के बाद जब मूर्तियों की गिनती हुई तो मूर्तियां एक कम ही निकली, जिसके चलते वह भगवान शिव के साथ कैलाश नहीं जा पाया। तभी से इस स्थान का नाम उनाकोटी पड़ा, जिसका अर्थ होता है कि एक करोड़ से एक कम।