पादरी ने लोगों को लगाया करोड़ों का चूना, फिर बोला- भगवान की मर्जी से हुआ

अमेरिका में एक पादरी ने पत्नी के साथ मिलकर अपने फॉलोअर्स को ही करोड़ों रुपये का चूना लगा दिया। पादरी से जब पूछा तो उन्होंने इसपर अजीब तर्क भी दिया।

pastor

तस्वीर का इस्तेमाल केवल प्रतीकात्मक रूप से किया गया है। (फोटो- सोशल मीडिया)

OMG! दुनिया में हर रोज ऐसे अजब-गजब मामले सामने आते हैं जिन्हें सुनकर दिमाग घूम जाता है। यकीन करना मुश्किल होता है कि ऐसा भी हो सकता है। अभी एक ऐसा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां सच्चाई के रास्ते पर चलने वाले पादरी ने ही लोगों को करोड़ों रुपये का चूना लगा दिया। मामला अमेरिका के कोलोराडो का है। यहां एक चर्च के पादरी पर आरोप लगा है कि उन्होंने एक कमजोर क्रिप्टो कॉइन को फायदे का सौदा बताकर अपने ही फॉलोअर्स लाखों करोड़ों का चूना लगा दिया।

पादरी ने लगाया करोड़ों का चूना

ऑडिटी सेंट्रल ने बताया कि जब पादरी से पूछताछ की गई तो उन्होंने इसपर अजीब ही दलील दी। पादरी ने कहा कि ईश्वर यानी भगवान की मर्जी से उन्होंने ऐसा किया। पादरी ने दावा किया कि ईश्वर ने खुद ऐसा करने के लिए कहा था, जिसके बाद अपने फॉलोअर्स से क्रिप्टो कॉइन खरीदने के लिए कहा। दावा किया गया है कि पादरी की पत्नी भी लोगों को करोड़ों को चूना लगाने में शामिल है। दरअसल दोनों ने बेकार क्रिप्टोकरेंसी लॉन्च की। उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी को कम जोखिम वाला और अधिक फायदे का सौदा बताया।

फॉलोअर्स को बेचा बेकार क्रिप्टो

रिपोर्ट में आगे बताया गया कि फिर दंपत्ति ने मिलकर बेकार क्रिप्टो बेचा और लोगों के साथ धोखाधड़ी की। इधर मामला संज्ञान में आने पर जांच एजेंसियों ने जांच की तो पता चला कि पादरी ने चर्च में ही क्रिप्टो कॉइन का प्रचार किया और इसे बेचर करीब 25 करोड़ रुपये बनाए। जांच में पता चला कि पादरी ने लोगों को ये कहते हुए धोखे में रखा कि भगवान खुद उनके पास क्रिप्टोकरेंसी लेकर आए और लोगों के पास ले जाने के लिए कहा।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | वायरल (viral News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

लेटेस्ट न्यूज

Ikramuddin author

पत्रकारिता के पेशे में काम करते हुए करीब 9 साल पूरे हो चले हैं। साल 2011-14 में दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) के डॉ. भीमराव आंबेडकर कॉलेज (BRAC) से हिंदी...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited