Viral Video: डोनाल्ड ट्रंप की जीत के लिए दिल्‍ली में हुआ हवन, मगर इस बात को लेकर इंटरनेट पर छिड़ी बहस

Viral Video: जहां एक ओर ट्रंप के समर्थन में हवन किया गया तो वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर इसे लेकर विवाद छिड़ गया। लोगों ने सवाल उठाते हुए कहा कि, 'आध्यात्मिक नेता कमला हैरिस की जीत के लिए प्रार्थना क्यों नहीं कर रहे हैं ?

ट्रंप की जीत के लिए हवन।

Viral Video: इस समय पूरी दुनिया की निगाह अमेरिका में राष्‍ट्रपति के चुनाव और नतीजों पर टिकी हैं। लगभग प्रत्‍येक देश अमेरिकी चुनावों से होने वाले नफा-नुकसान की गणित लगाने में जुटा है। इसी बीच भारत की राजधानी दिल्‍ली में साधुओं और पुजारियों ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जीत के लिए हवन किया। अमेरिका के चुनाव में ट्रंप भारतीय मूल की उम्मीदवार कमला हैरिस के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में साधु 'डोनाल्ड ट्रंप को वोट दें, दुनिया को फिर से महान बनाएं' जैसे नारे लगाते हुए दिख रहे हैं।

वायरल वीडियो में आध्यात्मिक नेता महामंडलेश्वर स्वामी वेदमुतिनंद सरस्वती को भी अमेरिकी चुनावों में ट्रंप की जीत के लिए प्रार्थना करते हुए देखा गया। सरस्वती ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति की तस्वीरों पर सिंदूर भी लगाया और डोनाल्ड ट्रंप, टेस्ला के सीईओ एलन मस्क, रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर और विवेक रामास्वामी की तस्वीर वाले पोस्टर के सामने नारे लगाए। पोस्टर पर लिखा था, 'हिंदुओं को बचाने के लिए डोनाल्ड ट्रंप को वोट दें।' जब वेदमुतिनंद सरस्वती ने शंख बजाया तब इस अनुष्ठान की शुरुआत हुई। हालांकि, इस दौरान उनके अनुयायी उनके चारों ओर ट्रंप के चेहरे वाले पोस्टर पकड़े बैठे थे। इन पोस्‍टरों प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के साथ उनकी एक तस्वीर और नीचे 'Friends Forever' लिखा हुआ था। हवन शुरू होते ही सरस्वती ने ट्रंप के नाम पर आहुति दी गई।

जहां एक ओर ट्रंप के समर्थन में हवन किया गया तो वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर इसे लेकर विवाद छिड़ गया। लोगों ने सवाल उठाते हुए कहा कि, 'आध्यात्मिक नेता कमला हैरिस की जीत के लिए प्रार्थना क्यों नहीं कर रहे हैं ? जबकि वह भारतीय मूल की हैं।' एक यूजर ने कहा, 'मैंने कभी किसी अमेरिकी या यूरोपीय को किसी भारतीय नेता के लिए ऐसा करते नहीं देखा।' जबकि दूसरे ने टिप्पणी की, 'अब डोनाल्ड ट्रंप को इन लोगों को तुरंत चुनाव प्रचार के लिए अमेरिका बुला लेना चाहिए और अगर वह जीतते हैं, जिसकी संभावना कम है, तो उन्हें मंत्री भी बनाना चाहिए।' एक यूजर ने कहा कि 'कमला हैरिस की विरासत किसी को भी अपनी पसंद का समर्थन करने से नहीं रोक सकती।' एक अन्‍य यूजर ने कहा, 'यह सिर्फ़ भारतीय मूल का मामला नहीं है, अगर कोई भारतीय मूल का होने के बावजूद भारत विरोधी है और भारतीयों का विरोध करता है, तो एक सच्चा भारतीय उसका विरोध करेगा।'

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