OMG! लोगों को बाघ का यूरिन क्यों पिला रहा चीन, हिला देने वाली है वजह

Tiger Urine in China: चीन अभी एक अनोखी वजह से चर्चा में छाया हुआ है। दावा किया गया है चीन में बाघ का पेशाब बोतल में बंद करके बेचा जा रहा है। इससे भी ज्यादा हैरानी की बात है कि बाघ के यूरिन को लोग पीते भी हैं। हालांकि इन सब की वजह किसी को भी चौंका देगी।

Tiger urine in china

आखिर चीन में बोतल में बंद करके बाघ का पेशाब क्यों बेचा जा रहा है। (Photo/Social-Media)

Tiger Urine in China: दुनिया में चीन एक ऐसा देश है जो अक्सर अजब-गजब और हैरान करने वाले कारनामे की वजह से चर्चा में रहता है। पड़ोसी देश अभी एक ऐसी ही अजीब वजह से चर्चा में बना हुआ है। दावा किया गया है कि चीन में लोगों को बाघ का यूरिन पिलाया जा रहा है। हैरान होंगे इसके लिए बकायदा जू में बंद खूंखार जानवरों का यूरिन यानी पेशाब इकट्ठा किया जा रहा है और इसे बोतल में बंद करके बेचा भी जा रहा है।

ये भी पढ़ें- खुद की शादी में दुल्हन ने किया ऐसा धांसू डांस, देखकर बाराती भी चुपचाप खड़े रहे, देखिए VIDEO

बोतल में बेचा जा रहा बाघ का पेशाब

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन में इस दावे के साथ बाघ का पेशाब बेचा जा रहा है कि इसके इस्तेमाल से गठिया का इलाज होता है। माई न्यूज की रिपोर्ट में बताया गया कि मामला तब चर्चा में आया जब सिचुआन प्रांत में स्थित यान बिफेंगक्सिया वाइल्ड लाइफ जू (Yaan Bifengxia Wildlife Zoo) घूमने पहुंचे एक शख्स ने सोशल मीडिया में चिड़ियाघर से जुड़े अपने अनुभव को साझा किया।

साइबेरियन बाघों का यूरिन

शख्स ने बताया चिड़ियाघर में साइबेरियन बाघों का यूरिन बेचा जा रहा है जिसे मेडिकल टाइगर यूरिन नाम दिया गया है। शख्स ने कहा टाइगर यूरिन की हर एक बोतल 50 यूआन (करीब 600 रुपये) में बेची जा रही है। इसके अलावा हर बोतल में करीब 250 ग्राम टाइगर यूरिन होता है। रिपोर्ट में ऑनलाइन सूत्रों के हवाले से बताया गया कि सिचुआन का ये चिड़ियाघर सैलानियों के लिए वर्ल्ड क्लास आकर्षण का केंद है।

मालूम हो कि टाइगर यूरिन वाली इस बोतल में दावा किया गया है कि ये गठिया के इलाज के लिए अच्छी है और कारगार भी है। इसके अलावा बाघ के पेशाब से मांसपेशियों में दर्द से राहत मिलने का भी दावा किया गया है।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें छोटी बड़ी सभी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। वायरल (Viral News) अपडेट और चुनाव (Elections) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से।

Ikramuddin author

पत्रकारिता के पेशे में काम करते हुए करीब 9 साल पूरे हो चले हैं। साल 2011-14 में दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) के डॉ. भीमराव आंबेडकर कॉलेज (BRAC) से हिंदी...और देखें

End of Article

© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited