Dec 7, 2023

छोटी सी गोली ने प्रोफेसर की बदली किस्मत, बिहार का शख्स बना 45000 करोड़ का मालिक

Ashish Kushwaha

​बासुदेव सिंह ​

हम आपको 83 वर्षीय बासुदेव सिंह के बारे में बता रहे हैं। वह अभी Alkem Lab के एक्जीक्यूटिव चेयरमैन हैं।

Credit: Twitter

WPL Auction 2024 Live

​कंपनी का मार्केट कैप ​

इस कंपनी का मार्केट कैप फिलहाल 45000 करोड़ रुपये से ज्यादा है, लेकिन इसकी शुरुआत 5 लाख रुपये से हुई थी।

Credit: Twitter

​प्रोफेसर से उद्योगपति बनने का सफर​

बिहार में बासुदेव सिंह, प्रोफेसर थे लेकिन, उनके मन में उद्योगपति बनने का सपना था इसलिए नौकरी छोड़ उन्होंने अपने भाई के साथ बिजनेस की शुरुआत की।

Credit: Twitter

​ फार्मा डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस​

उन्होंने अपने भाई के फार्मा डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस में हाथ आजमाया। इस व्यवसाय में सफलता मिलने के बाद दोनों भाइयों ने अपनी खुद की फार्मा कंपनी शुरू करने का फैसला किया।

Credit: Twitter

​ 5 लाख रुपये से शुरू किया था सफर​

उन्होंने सिर्फ 5 लाख रुपये में फार्मा कंपनी अल्केम लेबोरेटरीज की 1973 में स्थापना की। 11 साल बाद 1984 में कंपनी 10 करोड़ रुपये का रेवेन्यू छूने में कामयाब रही।

Credit: Twitter

​टैक्सीम दवा से मिली सफलता​

एल्केम लेबोरेटरीज को लंबे समय के बाद उस वक्त बड़ी सफलता मिली जब कंपनी ने टैक्सीम नामक एक दवा लॉन्च की।

Credit: Twitter

​ बैक्टीरियल इंफेक्शन में आती है काम​

इस दवा का उपयोग बैक्टीरियल इंफेक्शन के लिए किया जाता है। टैक्सीम भारत में 100 करोड़ रुपये की एनुअल सेल्स को पार करने वाली पहली एंटी बैक्टीरियल दवा बन गई।

Credit: Twitter

​ 2008 तक 1,000 करोड़ रुपये का रेवेन्यू ​

इसके चलते कंपनी 2008 तक 1,000 करोड़ रुपये के रेवेन्यू का आंकड़ा पार करने में सफल रही।

Credit: Twitter

Thanks For Reading!

Next: पनौती बन गईं दुनिया की ये बिल्डिंग, इंसान छोड़िए देश हो गए बर्बाद