Sep 15, 2023
कर्नाटक के छोटे कस्बे में रहने वाले 24 साल के वी.जी.सिद्दार्थ ने इन्वेस्टमेंट फर्म के सीईओ का इंटरव्यू पढ़ा । और सीधे मुंबई की बस पकड़ ली।
Credit: BCCL
सिद्धार्थ का परिवार कॉफी की खेती करता आया था। और वहीं से उन्हें कॉफी का पोटेंशियल समझ में आया। इसके लिए शहरों में कॉफी का कल्चर डेवलप करना मेन फोकस था।
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इस रणनीति के तहत कैफे कॉफी डे की शुरूआत हुई और यह ब्रांडिंग हुई कि एक कॉफी के साथ आप बिजनेस, पढ़ाई से लेकर बहुत कुछ कर सकते हैं।
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नब्बे के दशक में जब इंटरनेट लग्जरी हुआ करता था। सिद्धार्थ ने CCD पर इंटरनेट फ्री का ऑप्शन दे क्रांति ला दी।
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साल 2017 तक कंपनी के 241 शहरों में 1682 कैफे, 537 किऑस्क, 415 ग्राउंड रिटेल शॉप, 41845 वेंडिंग मशीनें देश भर में लग गईं।
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CCD के अलावा माइंड ट्री, ग्लोबल विलेज टेक पार्क, वे-टू-वेल्थ, ग्लोबल एज, द सराय रिजॉर्ट जैसी कंपनियां भी खड़ी कर दी।
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सफलता की इस रेस में सिद्धार्थ पर करीब 7000 करोड़ का कर्ज हो गया। इसके अलावा इनकम टैक्स की जांच के दायरे में आ गए। और इस चक्रव्यूह से निकलने के लिए उन्हें 2019 में आत्महत्या ही आखिरी रास्ता दिखा।
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सिद्धार्थ के बाद पत्नी मालविका हेगड़े ने कंपनी की कमाल संभाली और एक बार फिर सीसीडी को पटरी पर ला रही हैं।
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