Dec 26, 2022
By: प्रशांत श्रीवास्तवभारत में 1982 में एशियाई खेलों के साथ रंगीन टीवी का पदार्पण हुआ। लेकिन उस समय कीमत ज्यादा होने से पहुंच कम थी। उस वक्त अपने भाइयों के साथ पेपर ट्यूब का बिजनेस करने वाले नंदलाल माधवलाल धूत ने रंगीन टीवी का बड़ा सपना देखा।
एशियाई खेल की सफलता से भारत में तेजी से रंगीन टीवी का क्रेज बढ़ा और इस मौके को वीडियोकॉन ने बखूबी भुनाया
नंदलाल माधव लाल धूत ने एक लाख टीवी बनाने के लिए 1985 में वीडियोकॉन इंटरनेशनल कंपनी का गठन किया।
नंदलाल माधवलाल धूत ने जो सपना देखा था उसे आगे बढ़ाने का काम वेणु गोपाल धूत ने किया। और उसका फायदा यह हुआ कि भारत में कलर टीवी के दाम 10,000 रुपये से नीचे आए।
कंपनी कलर टीवी के साथ वाशिंग मशीन, एसी और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक अप्लायंसेज के साथ डीटीएच बिजनेस, टेलिकॉम बिजनेस ,एंटरटेनमेंट, ऑयल गैस आदि बिजनेस में भी हाथ आजमाया। लेकिन कंपनी को यह रास नहीं आया और बढ़ते कर्ज के बोझ के कारण उसे NCLT में जाना पड़ा।
सीबीआई ने वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और फाउंडर वेणु गोपाल धूत को गिरफ्तार कर लिया है। उन पर 2012 में वीडियोकॉन ग्रुप को आईसीआईसीआई बैंक से 3,250 करोड़ रुपये से मिले लोन में हेरा-फेरी का आरोप हैं।
वीडियोकॉन लोन मामले में अब तक वेणु गोपाल धूत के अलावा आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व एमडी और सीईओ चंजा कोचर और उनके पति दीपक कोचर भी गिरफ्तार हो चुके हैं।
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