Aug 15, 2023
हीरो मोटोकॉर्प का सफर 1944 में अमृतसर में साइकिल स्पेयर पार्ट्स से हुई थी। मुंजाल भाई कमालिया नामक एक छोटे से शहर से थे, जो अब पाकिस्तान में है।
Credit: Hero-Motocorp
1975 तक, हीरो प्रति दिन 7500 साइकिल के उत्पादन के साथ भारत में साइकिल का सबसे बड़ा निर्माता बन गया। 1986 तक डेली 18,500 से ज्यादा साइकिलों के उत्पादन के साथ वह सबसे आगे निकल गया।
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1983 में जापान की होंडा की एंट्री होती है, हीरो के साथ अगले ही वर्ष 1984 में हीरो होंडा का जन्म होता है। दोनों ने मिलकर हीरो होंडा मोटरसाइकिल को ग्लोबली सबसे बड़ी मोटरसाइकिल निर्माता कंपनी बना दी।
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साल 2010 में दोनों कंपनी अलग हो गयी और अलग अलग दो पहिया वाहन बनाने लगी। आज भारतीय बाजार में 34.50% हिस्सा हीरो कंपनी का है।
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हाल ही में हीरो मोटोकॉर्प ने साल 2016 में हुई फैमिली की सेटलमेंट डील का खुलासा किया है।
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जिसके मुताबिक सुनील मुंजाल जिन्होंने हीरो मोटोकॉर्प के ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर के पद से भी इस्तीफा दे दिया था।
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कंपनी का मैनेजमेंट और कंट्रोल फैमिली ग्रुप के पास है, जिसमें पवन मुंजाल, रेणु मुंजाल, संतोष मुंजाल और सुमन कांत मुंजाल शामिल हैं।
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1956 में बृजमोहन लाल मुंजाल ने हीरो कंपनी की हरियाणा में स्थापना की थी। मुंजाल के बेटे पवन मुंजाल कंपनी के एमडी है।
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