Jul 30, 2024
मुगलों का दौर अपने आर्किटेक्चर के लिए बहुत फेमस है। इस आर्किटेक्चर में कूलिंग के लिए बनाए गए स्ट्रक्चर भी शामिल हैं
Credit: iStock/X
मुगल अपने इंफ्रास्ट्रक्चर के आसपास मौसम को नियंत्रित करने के लिए दो चीजों पर ध्यान देते थे - हरियाली और पानी
Credit: iStock/X
पानी से ठंडक करने के लिए फव्वारे और बड़े पूल बनाए जाते। वाष्पीकरण के जरिए ये चीजें हरियाली की मदद से हवा को ठंडा करती थीं
Credit: iStock/X
महलों में वेंटिलेशन के लिए झरोखे बनाए जाते थे। झरोखों का काम पूरी इमारत में ताजी हवा पहुंचाना और सीधी धूप से बचाना होता था
Credit: iStock/X
मुगल इमारतों के स्ट्रक्चर्स डिजाइन में बड़े और खुले आंगन और हरे-भरे बाग बनाए जाते थे। इनसे वातावरण काफी ठंडा रहता था और इमारतों में ठंडी हवा जाती थी
Credit: iStock/X
किलों और महलों की दीवारों को मोटा बनाया जाता था ताकि वे गर्मी को कम करें। छतें ऊंची रखी जाती थीं ताकि घुटन न हो
Credit: iStock/X
किलों-महलों में गुंबद, हवा के लिए जालीदार मंडप और छाया अधिक हो ऐसे स्ट्रक्चर बनाए जाते थे
Credit: iStock/X
मुगलों के दौर की कई चीजें शाहजहाँ के समय बनीं। शाहजहां के आर्किटेक्ट थे उस्ताद अहमद लाहौरी, जिन्हें बादशाह से तब 1000 रुपये वेतन मिलता था
Credit: iStock/X
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स