Nov 1, 2024
पंजाब के बटाला के रहने वाले 65 वर्षीय के जगमोहन सिंह नागी ने खेती से जुड़े बिजनेस में बड़ी सफलता हासिल की है।
Credit: Canva
जगमोहन सिंह नागी ने इंग्लैंड के बर्मिंघम यूनिवर्सिटी से फूड सीरियल मिलिंग एंड इंजीनियरिंग में 3 साल का डिप्लोमा किया। भारत वापस आने के बाद उन्होंने अपना एग्री-बिजनेस शुरू किया।
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जगमोहन सिंह नागी ने 1989 में 'कुलवंत न्यूट्रिशन' नाम से अपनी कंपनी शुरू की। आज उनका सालाना कारोबार 7 करोड़ रुपये से ज्यादा का है।
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जगमोहन ने कॉर्न मिलिंग से बिजनेस शुरू किया। उनका पहला कस्टमर केलॉग्स ग्रुप था। लेकिन उन्हें मक्का हिमाचल प्रदेश से मक्का मंगाना पड़ता था।
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पंजाब में मक्के की ज्यादा खेती नहीं होती थी। 1991 में उन्होंने कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग शुरू की और धीरे-धीरे सारा मक्का खुद ही उगाना शुरू कर दिया।
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जगमोहन सिंह नागी के पिता आटा चक्की की मरम्मत करते थे। पिता से प्रेरित होकर खेती से लगाव हुआ।
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जगमोहन ने कुरकुरे के लिए सबसे पहले पेप्सीको को मक्का बेचना शुरू किया। लेकिन हर महीने करीब 1000 टन मक्के की डिमांड रहती थी। 1994 में जगनमोहन डोमिनोज पिज्जा के साथ भी जुड़ गए।
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अच्छी क्वालिटी के मक्का होने के कारण उन्हें पेप्सिको, केलॉग्स और डोमिनोज पिज्जा जैसी बड़ी कंपनियों के साथ काम करने का मौका मिला है।
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जगमोहन का बिजनेस अब भारत से बाहर इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, दुबई और हांगकांग जैसे देशों तक फैल चुका है। इससे भारतीय कृषि उत्पादों की पहचान पूरी दुनिया में बन रही है।
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जगमोहन सिंह नागी अब 300 एकड़ जमीन पर कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग करते हैं और मक्का, सरसों, गेहूं, गाजर और टमाटर जैसे फसलों की खेती करते हैं।
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जगमोहन सिंह नागी का परिवार भारत-पाकिस्तान विभाजन से पहले कराची में रहता था। विभाजन के बाद उनके पिता मुंबई आ गए और फिर पंजाब में बस गए।
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