Nov 4, 2023
आयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर नव निर्माणाधीन राम मंदिर में 22 जनवरी, 2024 को प्रभु श्रीराम के बाल रूप नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है।
Credit: TwitterShriRamTeerth
प्रभु के बाल स्वरूप को मंदिर परिसर के भूतल के गर्भगृह में विराजित किया जाएगा।
Credit: TwitterShriRamTeerth
ऐसे में हम आपको राम मंदिर का निर्माण किस कंपनी ने किया है उसके बारे में बता रहे हैं।
Credit: TwitterShriRamTeerth
मंदिर के निर्माण की जिम्मेदारी लार्सन एंड टुब्रो (L&T) के पास है।
Credit: TwitterShriRamTeerth
इसके अलावा IIT रुड़की और IIT चेन्नई के इंजीनियर्स की टीम इसकी गुणवत्ता को परख रही है।
Credit: TwitterShriRamTeerth
साथ ही टाटा कंस्ट्रक्शन कंपनी को L&T के काम को परखने का दायित्व सौंपा गया है।
Credit: TwitterShriRamTeerth
गर्भगृह के अलावा, मंदिर में पांच मंडप हैं - गूढ़ मंडप, रंग मंडप, नृत्य मंडप, प्रार्थना मंडप और कीर्तन मंडप।
Credit: TwitterShriRamTeerth
पांचों मंडपों के गुंबद का आकार 34 फीट चौड़ा और 32 फीट लंबा है और आंगन से ऊंचाई 69 फीट से 111 फीट तक है।
Credit: TwitterShriRamTeerth
Thanks For Reading!
Find out More